स्पोर्ट्स डेस्क : भारत की स्टार भारोत्तोलक और ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू 2 से 11 अक्टूबर तक नॉर्वे के फोर्डे में होने वाली विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2025 में 14 सदस्यीय भारतीय दल का नेतृत्व करेंगी। 31 वर्षीय मीराबाई हाल ही में पेरिस 2024 के बाद अगस्त में राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप में 48 किग्रा वर्ग का स्वर्ण पदक जीतकर शानदार वापसी कर चुकी हैं।
अनुभव और उपलब्धियों की धनी है मीराबाई
2017 अनाहेम वर्ल्ड चैंपियनशिप (48 किग्रा) – स्वर्ण पदक
2022 बोगोटा वर्ल्ड चैंपियनशिप (49 किग्रा) – रजत पदक
उनसे इस बार भी शानदार प्रदर्शन की उम्मीदें होंगी।
भारतीय दल की झलक
महिला दल:
मीराबाई चानू (48 किग्रा)
कोयल बार (53 किग्रा)
बिंद्यारानी देवी (58 किग्रा)
निरुपमा देवी (63 किग्रा)
हरजिंदर कौर (69 किग्रा)
वंशिता वर्मा (86 किग्रा)
महक शर्मा (86 किग्रा+)
पुरुष दल:
ऋषिकांत सिंह (60 किग्रा)
मुथुपंडी राजा (65 किग्रा)
अजित नारायण (71 किग्रा)
अजय बाबू वल्लूरी (79 किग्रा)
अभिषेक निपाने (88 किग्रा)
दिलबाग सिंह (94 किग्रा)
लवप्रीत सिंह (110 किग्रा+)
हालिया सफलताएं
बिंद्यारानी देवी, निरुपमा देवी और महक शर्मा ने अगस्त में राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में रजत जीता।
हरजिंदर कौर और वंशिता वर्मा ने कांस्य पदक हासिल किया।
पुरुष वर्ग में लवप्रीत सिंह (राष्ट्रमंडल कांस्य पदक विजेता) टीम की अगुवाई करेंगे। वहीं, अजित नारायण और अजय बाबू वल्लूरी ने हाल ही में स्वर्ण पदक अपने नाम किए।
क्यों अहम है यह चैंपियनशिप?
विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2025 सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की क्वालीफाइंग स्पर्धा भी है। इसलिए भारतीय दल के लिए यह प्रतियोगिता बेहद अहम मानी जा रही है।
कार्यक्रम की झलक
2 अक्टूबर: महिला 48 किग्रा (मीराबाई चानू) – रात 11:00 बजे
3–11 अक्टूबर: अलग-अलग वजन वर्गों में भारत के पुरुष और महिला खिलाड़ी एक्शन में दिखेंगे।
उम्मीदें
भारतीय फैन्स की निगाहें सबसे ज़्यादा मीराबाई चानू पर होंगी, जिनसे एक बार फिर पदक जीतकर भारत का झंडा ऊँचा करने की उम्मीद है। साथ ही, बाकी युवा भारोत्तोलक भी अपनी छाप छोड़कर आगामी राष्ट्रमंडल खेलों के लिए मज़बूत दावेदारी पेश करना चाहेंगे।