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नई दिल्लीः अनुभवी लिएंडर पेस की चीन के खिलाफ अगले महीने होने वाले डेविस कप मुकाबले के लिए भारतीय टेनिस टीम में वापसी हो सकती है जिसकी घोषणा चयनकर्ता कल यहां करेंगे। पेस को पिछले साल अप्रैल में उज्बेकिस्तान के खिलाफ मैच के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं दी गई थी। वह बेंगलुरू विवाद के बाद से टीम का हिस्सा नहीं हैं जब कप्तान महेश भूपति ने उन्हें शुरुआती टीम में जगह नहीं दी थी।          हालांकि एआईटीए अधिकारियों का मानना है कि पेस का टीम में होना एशिया-ओसियाना ग्रुप एक मुकाबले में भारत के लिए फायदेमंद होगा। 

चयन समिति की बैठक में होगी पेस पर चर्चा
एआईटीए सूत्र ने कहा, ‘‘हमें कनाडा के खिलाफ युगल मैच गंवाना नहीं चाहिए था। अगर हम उसे जीत जाते तो हम विश्व ग्रुप में जगह बना सकते थे। अनुभव के मामले में पेस टीम को काफी कुछ देता है।’’ यह बताए जाने पर कि कप्तान भूपति और युगल विशेषज्ञ रोहन बोपन्ना के साथ पेस के संबंध काफी अच्छे नहीं हैं तो अधिकारी ने कहा, ‘‘खिलाडिय़ों को देश को आगे रखना होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह व्यक्तिगत लोगों का नहीं बल्कि टीम और देश का मामला है। कल जब चयन समिति की बैठक होगी तो निश्चित तौर पर पेस के नाम पर विचार होगा।’’ 

अधिकारी ने कहा, ‘‘साथ ही वह डेविस कप विश्व रिकार्ड से सिर्फ एक जीत दूर है। उसने देश के लिए खेलते हुए इतना अधिक योगदान दिया है इसलिए उसकी अनदेखी नहीं होनी चाहिए।’’ अगर पेस को चुना जाता है तो पूरव राजा को बाहर किया जाएगा। अगर पेस युगल मैच जीत लेते हैं तो यह उनकी डेविस कप में 43वीं युगल जीत होगी और वह इटली के निकोला पीट्रांगेली को पीछे छोड़ देंगे। पेस ने दुबई एटीपी 500 टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन की बदौलत शीर्ष 50 में वापसी की है और 44वें स्थान पर चल रहे हैं। बोपन्ना (20) के बाद दिविज शरण (44) भारत के दूसरे सर्वोच्च रैंकिंग वाले युगल खिलाड़ी हैं और उनके टीम में वापसी करने की संभावना है। एकल में युकी भांबरी, रामकुमार रामनाथन और सुमित नागल का चयन लगभग तय है।