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येओसु (कोरिया) : सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की स्टार भारतीय जोड़ी ने शनिवार को यहां लियांग वेई केंग और वांग चांग की दुनिया की दूसरे नंबर की जोड़ी पर सीधे गेम में रोमांचक जीत के साथ कोरिया ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया। 

दुनिया की तीसरे नंबर की भारतीय जोड़ी ने जिन्नम स्टेडियम में 40 मिनट तक चले मुकाबले में चीन की जोड़ी पर 21-15, 24-22 से जीत दर्ज की। केंग और चांग की जोड़ी के खिलाफ लगातार दो हार के बाद सात्विक और चिराग की यह पहली जीत थी। सात्विक और चिराग ने इस साल इंडोनेशिया सुपर 1000 और स्विस ओपन सुपर 500 खिताब जीते हैं। 

फाइनल में उनके सामने इंडोनेशिया के शीर्ष वरीय फजर अल्फियान और मुहम्मद रियान अर्दियांतो या कोरिया के कांग मिन ह्युक और सियो सेउंग जे की चुनौती होगी। इस साल थाईलैंड और इंडिया ओपन जीतने वाली चीन की जोड़ी भारतीय जोड़ी के खिलाफ जीत हार के 2-0 के रिकॉर्ड के साथ मुकाबले में उतरी थी। भारतीय जोड़ी ने हालांकि इस बार अपनी योजना को शानदार तरीके से अंजाम दिया। 

जून में अपने पिछले टूर्नामेंट इंडोनेशिया ओपन को जीतने वाली भारतीय जोड़ी के पास अब लगातार दो खिताब हासिल करने का मौका होगा। दोनों जोड़ियों ने खेल की आक्रामक शुरुआत की और 5-5 के स्कोर तक मुकाबला बराबरी का रहा। भारतीय जोड़ी ने इसके बाद बढ़त बनानी शुरू की और स्कोर 7-5 और फिर 14-8 हो गया। सात्विक ने अपना चिर-परिचित स्मैश लगाया लेकिन बैकलाइन के पास चिराग की गलती के कारण चीन की जोड़ी लगातार दो अंक हासिल करने में सफल रही। 

चिराग और सात्विक ने मैच पर अपना दबदबा बनाते हुए स्कोर को 19-12 किया और फिर आसानी से पहला गेम जीत लिया। दूसरे गेम में भी दोनों जोड़ियों के बीच करीबी मुकाबला देखने को मिला। शुरुआत में स्कोर 2-2 और 8-8 की बराबरी पर था। चीन के खिलाड़ियों ने इसके बाद कुछ वाइड शॉट खेले जिससे भारत की बढ़त 14-9 होगी। केंग और चांग की जोड़ी ने लगातार तीन अंक जुटाये। इसके बाद दोनों जोड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली और मैच के आगे बढ़ने के साथ रोमांच बढ़ता गया। स्कोर के 18-18 और 19-19 की बराबरी पर था। 

चिराग ने इसके बाद शानदार स्मैश लगाकर मैच प्वाइंट का मौका बनाया लेकिन सात्विक ने सर्विस में गड़बड़ी कर दी जिससे स्कोर 20-20 हो गया। सात्विक ने एक बार फिर भारत के लिए मैच प्वाइंट का मौका बनाया लेकिन चांग के शानदार पास से यह मौका भी निकल गया। चांग ने इसके बाद शटल को नेट पर खेलकर भारत को तीसरी बार मैच प्वाइंट का मौका दिया लेकिन केंग  के शानदार प्रयास से स्कोर एक बार फिर 22-22 से बराबर हो गया। भारत ने इसके बाद चौथा मैच प्वाइंट हासिल किया और इस बार सात्विक ने कोई गलती नहीं की।