नई दिल्ली : पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर को लगता है कि भारत विश्व कप में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के विकल्प के रूप में लोकेश राहुल को आजमा सकता है क्योंकि उसके पास इंग्लैंड की परिस्थितियों में सफलता दिलाने के लिये बेहतरीन तकनीक और जज्बा है। भारतीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ मुख्य चयनकर्ता वेंगसरकर को भरोसा है कि विराट कोहली की टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचने में कोई परेशानी नहीं होगी और इसके बाद से ही उसे चुनौती मिलेगी। विश्व कप से पहले कई मौके दिए जाने के बावजूद अम्बाती रायुडू विश्व कप टीम में जगह नहीं बना सके जिससे चौथे नंबर का स्थान गले की हड्डी बना हुआ है।
वेंगसरकर ने कहा- शिखर धवन और रोहित शर्मा के रूप में हमारे पास मजबूत सलामी जोड़ी है। विराट कोहली तीसरे नंबर पर बेहतरीन हैं। मुझे लगता है कि लोकेश राहुल चौथे स्थान के लिए विकल्प हो सकते हैं। उसकी तकनीक शानदार है और वह शीर्ष तीन खिलाडिय़ों के अच्छे पूरक हो सकते हैं। मेरा मानना है कि चौथे स्थान पर एक विशेषज्ञ बल्लेबाज होना चाहिए। हालांकि विश्व कप के दौरान पिचों के सपाट होने की उम्मीद है लेकिन उन्हें लगता है कि राहुल की तकनीक उन्हें फायदा पहुंचाएगी जो हाल में समाप्त हुए आईपीएल में 593 रन बनाकर दूसरा सर्वाधिक रन बनाने वाला खिलाड़ी रहे।
तीन विश्व कप (1979, 1983 और 1987) में खेल चुके वेंगसरकर ने राहुल के बारे में कहा- वह एक विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज है, अगर टीम जल्दी विकेट गंवा देती है तो वह मजबूती प्रदान कर सकते हैं। और वैसे भी इतने लंबे टूर्नामेंट में अगर जरूरी हुआ तो वह पारी का आगाज भी कर सकते हैं। मुझे लगता है कि उसे अंतिम एकादश का हिस्सा होना चाहिए। वेंगसरकर को लगता है कि भारत के लिये सबसे बड़ी फायदेमंद चीज पिछले साल ब्रिटेन में पूर्ण श्रृंखला खेलने का अनुभव होगी।
वर्ष 1983 विश्व कप हासिल करने वाली टीम का हिस्सा रहे वेंगसरकर ने कहा- इंग्लैंड में मौसम परेशानियां खड़ी कर सकता है और इससे प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ सकता है। सांमजस्य बिठाना हमेशा अहम होता है। लेकिन भारतीय टीम के लिए फायदेमंद चीज उनका पिछले साल इसी समय में इंग्लैंड में खेलना होगा। हम उन परिस्थितियों में खेल चुके हैं और यह अच्छी चीज है। हमें इससे फायदा उठाने का प्रयास करना चाहिए।