नई दिल्ली : भारतीय नौसेना के एक अधिकारी की 18 साल की बेटी काम्या कार्तिकेयन ने साउथ पोल तक स्कीइंग करके इतिहास रच दिया है। वह यह कारनामा करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय और दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र की महिला बन गई हैं। काम्या ने 89 डिग्री दक्षिण से शुरू करके, अपने पूरे एक्सपेडिशन का सामान ले जा रही स्लेज को खींचते हुए, स्कीइंग करते हुए ज्योग्राफिक साउथ पोल तक पैदल लगभग 115 किमी का सफर तय किया।
उन्होंने 27 दिसंबर को यह मुश्किल अभियान पूरा किया। इस शानदार उपलब्धि को हासिल करने के लिए उन्होंने अंटार्कटिका की मुश्किल परिस्थितियों का सामना किया, जिसमें तापमान माइनस 30 डिग्री सेल्सियस तक गिरना और तेज तूफानी हवाएं शामिल थीं। उनकी उपलब्धि पर बधाई देते हुए भारतीय नौसेना ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'भारतीय नौसेना काम्या कार्तिकेयन, जो एक नौसेना अधिकारी की 18 वर्षीय बेटी और नेवी चिल्ड्रन्स स्कूल की पूर्व छात्रा हैं, को बधाई देती है, जिन्होंने साउथ पोल तक स्कीइंग करके सबसे कम उम्र की भारतीय और दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र की महिला बनकर एक बार फिर इतिहास रचा है।'
नौसेना ने आगे कहा, 'काम्या माइनस 30 डिग्री सेल्सियस के कठोर मौसम और तूफानी हवाओं का सामना करते हुए अपने पूरे एक्सपेडिशन के सामान से भरी स्लेज को खींचते हुए लगभग 60 नॉटिकल मील (लगभग 115 किमी) पैदल चलकर 27 दिसंबर को साउथ पोल पर पहुंचीं।' 12वीं कक्षा की छात्रा काम्या, प्रतिष्ठित एक्सप्लोरर्स ग्रैंड स्लैम को पूरा करने का प्रयास कर रही हैं, जिसमें सभी सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ना और नॉर्थ और साउथ पोल दोनों जगह स्कीइंग करना शामिल है।
इससे पहले उन्होंने सेवन समिट्स चैलेंज पूरा किया था और नेपाल की तरफ से माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय और दुनिया की दूसरी सबसे कम उम्र की महिला बनीं। उनकी पर्वतारोहण उपलब्धियों में माउंट किलिमंजारो (अफ्रीका), माउंट एल्ब्रस (यूरोप), माउंट कोसियसको (ऑस्ट्रेलिया), माउंट एकॉनकागुआ (दक्षिण अमेरिका), माउंट डेनाली (उत्तरी अमेरिका), माउंट एवरेस्ट (एशिया), और माउंट विंसन (अंटार्कटिका) पर चढ़ाई शामिल है।
काम्या 24 दिसंबर को अपने पिता, भारतीय नौसेना के कमांडर एस कार्तिकेयन के साथ माउंट विंसन की चोटी पर पहुंचीं, ताकि साउथ पोल स्की अभियान शुरू करने से पहले सेवन समिट्स चैलेंज पूरा कर सकें। उनकी असाधारण यात्रा की सराहना करते हुए भारतीय नौसेना ने कहा, 'उनकी उपलब्धि निश्चित रूप से उनकी पीढ़ी के कई लोगों को अपनी सीमाओं से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी। उन्हें नॉर्थ पोल तक स्कीइंग के अंतिम पड़ाव को लेकर‘स्वच्छ हवा और साफ आसमान'की शुभकामनाएं।'