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लंदन : इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के नवनियुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिचर्ड गोल्ड ने कहा है कि ड्रेसिंग रूम के मजाक को अब स्वीकार्य व्यवहार नहीं बल्कि इसे 'अपशब्द' माना जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि टीमों को भी फिर से निर्धारित करना होगा कि उनके ड्रेसिंग रूम में स्वीकार्य व्यवहार क्या है और क्या नहीं। 

इस साल फरवरी में ईसीबी के मुख्य कार्यकारी का पद संभालने वाले गोल्ड ने ‘गार्डियन' से कहा, ‘‘हमने ड्रेसिंग रूम में देखा है, आप मजाक वाले शब्द का उपयोग कर सकते थे। लेकिन मजाक अब एक अपशब्द है। मजाक स्वीकार्य नहीं है।'' गोल्ड (52 वर्ष) ने कहा, ‘‘ यह टीमों पर निर्भर करता है कि वे सुनिश्चित करें कि उनके पास नियंत्रण का अपना सही स्तर है और वे अपनी टीम संस्कृति का निर्धारण करें। वे यह भी जानते हैं कि क्या स्वीकार्य है और क्या नहीं। '' 

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इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एंड्रूस स्ट्रास ने भी हाल में इसी तरह की बात की थी और क्रिकेटरों को अजीम रफीक जैसे विवाद से बचने के लिए नस्लीय उत्पीड़न वाले मजाक और खिंचाई करने से बचना चाहिए। पाकिस्तान में जन्में रफीक करीब एक दशक तक काउंटी टीम यार्कशर के लिए खेले लेकिन उन्होंने नवंबर 2021 में ब्रिटेन के ‘डिजिटल, मीडिया एवं खेल' विभाग को बताया था कि साथी क्रिकेटरों की नस्लवादी टिप्पणियों के कारण वह अपनी जिंदगी खत्म करने के बारे में सोचने लगे थे।