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नई दिल्ली : दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच अजीत अगरकर ने इंडियन प्रीमियर लीग टी20 टूर्नामेंट में मंगलवार को गुजरात टाइटंस के खिलाफ टीम की हार के लिए समग्र रूप से खराब बल्लेबाजी को दोष देते हुए कहा कि किसी एक या दो बल्लेबाज को दोष देने सही नहीं होगा। 

दिल्ली की टीम पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर आठ विकेट पर 162 रन ही बना सकी। गुजरात टाइटंस ने 11 गेंद शेष रहते चार विकेट गंवाकर मैच जीत लिया। दिल्ली के लिए कप्तान डेविड वॉर्नर ने 32 गेंद में 37 और सरफराज खान ने 34 गेंद में 30 रन बनाये लेकिन इन दोनों बल्लेबाजों ने संघर्ष किया और रन गति को बढ़ाने में नाकाम रहे। पृथ्वी साव भी बल्ले से सात रन का ही योगदान दे सके। 

अगरकर ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘किसी एक या दो बल्लेबाज को दोष क्यों देना, हमारे शीर्ष क्रम में किसी भी बल्लेबाज ने अच्छा खेल नहीं दिखाया। मैं सिर्फ इस मैच की बात नहीं कर रहा हूं। शुरुआती दोनों मैचों में बल्लेबाजों ने निराश किया।' उन्होंने कहा, ‘जिन टीमों को अच्छी शुरुआत मिली आप उसका प्रदर्शन देख सकते है। हमें इसमें सुधार करना होगा। गुजरात को श्रेय मिलना चाहिए लेकिन हमें सुधार करना होगा।' 

उन्होंने तेज गेंदबाजों के खिलाफ वॉर्नर और पृथ्वी शॉ के संघर्ष के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘शॉ ने टेस्ट में पदार्पण पर शतक लगाया है, उसने घरेलू मैचों में काफी रन बनाए हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि आईपीएल का स्तर घरेलू क्रिकेट से ऊंचा है लेकिन शॉ और वॉर्नर ने इस लीग में काफी रन बनाए हैं।' 

दिल्ली ने लक्ष्य का बचाव करने के दौरान हरफनमौला अक्षर पटेल से गेंदबाजी नहीं कराने के फैसले पर सवाल उठ रहे लेकिन अगरकर ने इसका बचाव करते हुए कहा, ‘पिच से तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिल रही थी। हमारे पास मिशेल मार्श के रूप में एक विकल्प है। बायें हाथ के बल्लेबाज खेल रहे थे और मैदान के एक तरफ की बाउंड्री छोटी थी तो मैच की परिस्थितियों को देखकर यह फैसला लिया गया। उंगली के स्पिनर से उस समय गेंदबाजी करना जोखिम भरा होता।' 

हार के बावजूद अगरकर युवा विकेटकीपर बल्लेबाज अभिषेक पोरेल से काफी प्रभावित दिखे। पोरेल ने 11 गेंद की पारी में दो छक्कों की मदद से 20 रन बनाने के बाद विकेट कीपिंग में प्रभावित किया। भारत के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘ऋषभ पंत की कमी को पूरा करना काफी मुश्किल है लेकिन अभिषेक पोरेल ने बल्ले से और विकेट के पीछे काफी प्रभावित किया। इतनी कम उम्र में इस स्तर के क्रिकेट का अनुभव नहीं होने के बाद भी उसने शानदार जज्बा दिखाया। वह विकेट के पीछे नॉर्किया जैसे गेंदबाज के खिलाफ भी सहज था। हमारे लिये यह सकारात्मक चीज है और इसे आगे बढ़ाना चाहेंगे।'