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पुणे : भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने चौथे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में इंग्लैंड पर 15 रन की जीत के बाद जीत का श्रेय टीम के एकजुट प्रदर्शन को दिया लेकिन कहा कि एक ओवर में तीन विकेट गंवाना बदतर था। बता दें कि भारतीय टीम ने घरेलू मैदान पर 17वीं टी20 सीरीज जीत ली है। सूर्यकुमार की कप्तानी में टीम इंडिया ने छह टी20 सीरीज खेली है जिसमें पांच में उन्हें जीत जबकि एक सीरीज ड्रॉ (बनाम दक्षिण अफ्रीका) रही थी। 

बहरहाल, भारत के 182 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम लेग स्पिनरों रवि बिश्नोई (28 रन पर तीन विकेट) और वरूण चक्रवर्ती (28 रन पर दो विकेट) तथा हर्षित राणा (33 रन पर 3 विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने 19.4 ओवर में 166 रन पर सिमट गई। 


भारत के लिए हार्दिक पंड्या ने 30 गेंद में चार छक्कों और इतने ही चौकों से 53 रन की पारी खेलने के अलावा शिवम दुबे (53 रन, 34 गेंद, 7 चौके, 2 छक्के) के साथ छठे विकेट के लिए 87 रन की साझेदारी की जिससे टीम 12 रन पर तीन विकेट गंवाने के बावजूद नौ विकेट पर 181 रन बनाने में सफल रही। मेजबान टीम ने अंतिम पांच ओवर में 68 रन जुटाए। इंग्लैंड की ओर से साकिब महमूद सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 35 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेमी ओवरटन ने भी 32 रन देकर 2 विकेट हासिल किए।


सूर्यकुमार ने मैच के बाद कहा कि सभी ने बेहतरीन प्रयास किया। शानदार दर्शक, उन्होंने हमेशा हमारा समर्थन किया। एक ओवर में तीन विकेट गंवाना बहुत खराब था। हार्दिक और दुबे ने जिस तरह से अपना अनुभव दिखाया वह शानदार था। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी चीज है जिसके बारे में हम बात कर रहे हैं - आप उसी तरह से बल्लेबाजी करें जैसे नेट पर करते हैं। मुझे लगता है कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। मुझे पता था कि हम पावरप्ले के बाद मैच को नियंत्रित कर सकते हैं। हमने कुछ विकेट लिए। ड्रिंक्स के बाद हर्षित राणा तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में आए और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। 


ऑलराउंडर दुबे के कनकशन (सिर में चोट लगने के कारण बेहोशी जैसी स्थिति) सब्स्टीट्यूट के रूप में खेलने वाला रणा ने इसे स्वप्निल पदार्पण बताया। राणा ने कहा कि यह मेरे लिए अब भी एक स्वप्निल पदार्पण है। जब दुबे वापस आए तो दो ओवर के बाद मुझे बताया गया कि मैं कनकशन सब्सटीट्यूट बनूंगा। यह सिर्फ इस श्रृंखला के लिए नहीं है, मैं लंबे समय से एक मौके का इंतजार कर रहा था और मैं यह साबित करना चाहता था कि मैं यहां खेलने का हकदार हूं। मैंने आईपीएल में अच्छी गेंदबाजी की है और यहां भी मैं उसी तरह का प्रदर्शन कर रहा हूं।