वडोदरा : भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्पिनर दीप्ति शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे और आखिरी वनडे में पिच से और टर्न निकालने की कोशिश की जिससे उन्हें कैरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में मदद मिली । 27 वर्ष की आफ स्पिनर ने 31 रन देकर 6 विकेट लिए और 39 रन भी बनाए। भारत ने वेस्टइंडीज को पांच विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में ‘क्लीन स्वीप' किया। दीप्ति ने कहा कि मैं काफी मेहनत कर रही थी। मेरा फोकस ज्यादा से ज्यादा विकेट लेने और रन बनाने पर था। इससे मुझे मदद मिली।
उन्होंने कहा कि कल के अभ्यास सत्र से काफी मदद मिली। मैंने गेंदबाजी कोच आविष्कार साल्वी सर से बात की कि अपनी गेंदबाजी में कैसे सुधार कर सकती हूं। उन्होंने मुझसे और टर्न लेने पर फोकस करने के लिए कहा जिससे काफी मदद मिली। इससे पहले आस्ट्रेलिया दौरे पर भारत को 3-0 से पराजय का सामना करना पड़ा था। उन्होंने आगे कहा कि विदेश में खेलने का अनुभव मायने रखता है लेकिन इस भारतीय टीम की खासियत यह है कि हम जीते या हारें, हम साथ साथ है। हम उतार-चढ़ाव का सामना एक टीम के रूप में करते हैं और एक दूसरे के साथ रहते हैं।
दीप्ति शर्मा (छह विकेट और नाबाद 39 रन ) के हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर भारतीय महिला टीम ने शुक्रवार को तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में वेस्टइंडीज को पांच विकेट से हरा दिया। इसी के भारतीय टीम ने तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज भी 3-0 से अपने नाम कर ली हैं। दीप्ति शर्मा (छह विकेट) और रेणुका सिंह (चार विकेट) शानदार गेंदबाजी करते हुए वेस्टइंडीज की पूरी टीम को पहले 162 के स्कोर पर ढ़ेर कर दिया। भारतीय महिला टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। स्मृति मंधाना (चार) और हरलीन देओल (एक) रन बनाकर आउट हुई। इसके बाद हरमनप्रीत कौर (32), जेमिमाह रॉड्रिग्स (29) ने पारी आगे बढ़ाई। आखिर में दीप्ति शर्मा ने नाबाद 39 रन बनाकर टीम को जीत दिला दी।