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नई दिल्ली : भारत और बंगलादेश के बीच रविवार को यहांअरुण जेटली स्टेडियम में पहले टी-20 मुकाबले से पहले राजधानी के प्रदूषण की खासी चर्चा थी लेकिन स्टेडियम हॉउसफुल हो गया और मैच अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हुआ। इस मैच से पूर्व पिछले कुछ दिनों में हर जगह एक ही चर्चा थी कि राजधानी का प्रदूषण अपने चरम पर है और इन हालात में मैच आयोजित करना खिलाड़ियों के साथ-साथ दर्शकों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है लेकिन दिल्ली के क्रिकेट दीवानों पर इसका कोई असर नहीं दिखाई दिया और लगभग 46 हजार दर्शकों की क्षमता वाला अरुण जेटली स्टेडियम मैच शुरू होने से पहले ही पूरी तरह भर गया। 

मैच के दिन दोपहर में इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि प्रदूषण के चलते मैच रद्द किया जा सकता है, मैराथन बैठक हो रही हैं और दिल्ली सरकार तथा क्रिकेट के शीर्ष अधिकारी मैच को बचाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं लेकिन ऐसी कोई अनहोनी नहीं हुई और मैच शाम अपने निर्धारित सात बजे शुरू हो गया। बंगलादेश के खिलाड़ी और सपोटर् स्टाफ ने दिल्ली आने के बाद से स्टेडियम में अभ्यास के दौरान मास्क पहने थे जिससे 2017 में भारत और श्रीलंका के बीच इस मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच की याद ताजा हो गयी थी जिसमें श्रीलंकाई खिलाड़ी मुंह पर मास्क लगाकर फील्डिंग कर रहे थे। इस मुकाबले में बंगलादेश ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया लेकिन बंगलादेश के किसी भी खिलाड़ी ने क्षेत्ररक्षण के समय मास्क नहीं लगा रखा था। 

दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के एक अधिकारी ने दिन में चल रही अफवाहों के बीच स्पष्ट कर दिया दिया था कि मैच अपने समय पर होने जा रहा है। डीडीसीए ने अपने स्तर पर स्टेडियम के आसपास प्रदूषण को कम करने के जो उपाए किये थे उसके परिणाम शाम को दिखाई दिए और मैच में प्रदूषण को लेकर कोई समस्या नहीं दिखाई दी। दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर आपात स्थिति घोषित की गयी थी, स्कूलों को पांच नवम्बर तक बंद कर दिया गया था और सभी तरह के निर्माण कार्य रोक दिए गए थे। हालांकि अच्छी बात यह थी कि मेहमान टीम ने प्रदूषण को लेकर कोई शिकायत नहीं की। उलटे टीम के कोच रसेल डोमिंगो ने कहा था, ‘यह सही है कि प्रदूषण के कारण हालात आदर्श नहीं हैं लेकिन इससे किसी की मौत नहीं होने वाली है। वैसे प्रदूषण हमारे देश में भी एक समस्या है लेकिन हमारे खिलाड़ियों का पूरा ध्यान मैच पर है और उन्होंने इसे लेकर कोई शिकायत नहीं की है। हमारे लिए यह समस्या उतनी बड़ी नहीं है जितनी दूसरे देशों के खिलाड़ियों के लिए है।' 

भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने कहा था, ‘मैंने अपना पूरा क्रिकेट उत्तर भारत में खेला है, हां यहां प्रदूषण की समस्या है, लेकिन हमें खेलना होगा क्योंकि मैच पहले से ही निर्धारित है। एक बार जब आप एक खेल में होते हैं, तो आप वास्तव में इन चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं। अगर आप यहां खेलने के लिए हैं। तो आप यहां मैच खेले।' मैच के दिन स्टेडियम की तरफ जाते लोगों में मैच देखने का उत्साह ज्यादा था और वे प्रदूषण को लेकर चिंतित नहीं दिखाई दे रहे थे। यही वजह थी कि सात बजे जब मैच शुरू हुआ तो स्टेडियम हाउसफुल हो चुका था और बीसीसीआई और डीडीसीए के अधिकारी राहत की सांस ले रहे थे।