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नई दिल्ली : क्या लीजैंड खिलाडिय़ों की कांस्य मूरत बनाकर उन्हें अपमानित तो नहीं किया जा रहा? यह सवाल आज विभिन्न सोशल साइट्स पर चल रहा है। इस चर्चा को उठाने का कारण बनी है- महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना की नई बनी स्टैच्यू। दरअसल माराडोना के सम्मान में कोलकाता के एक क्लब में 12 फीट लंबी कांस्य की स्टैच्यू बनाई गई है। इसमें माराडोना का अर्जेंटीना की ओर से 1986 फुटबॉल वल्र्ड कप जीतने के बाद विजेता ट्रॉफी उठाए का अक्स दिखाया गया है। माराडोना की ऐसे मूरत सामने आते ही सोशल साइट्स के यूजर्स ने प्रतिमा की सूरत माराडोना से न मिलने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। एक यूजर्स ने लिखा है- पहले समझा जाता था कि हम किसी की मूरत बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं लेकिन अब जिस तरीके से मूरत बनाकर उन्हें पेश किया जा रहा है। यह कतई सही नहीं है। कोलकाता में जिस स्टैच्यू का अनावरण किया गया है- उसकी सूरत मारोडोना के साथ बिल्कुल भी नहीं मिलती। क्या मूरत बनाने वाले को माराडोना का चेहरा याद नहीं था। वहीं एक यूजर्स ने लिखा है अगर आपने ऐसे ही लैजेंड को पेश करना है तो इससे अच्छा है कि ऐसे काम करो ही मत। PunjabKesari


प्रतिमा का अनावरण कर माराडोना बोले- मैं क्रिकेट का भगवान नहीं
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दरअसल माराडोना कोलकाता में हो रहे चैरिटी इवेंट में हिस्सा लेने आए हैं। तभी यहां के एक पार्क में लगाई गई माराडोना की प्रतिमा का अनावरण किया जाना था। माराडोना ने अपनी प्रतिमा का अनावरण करने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वह अपनी प्रतिमा देखकर इतने अचंभित हैं कि बता नहीं सकते। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया चाहे उन्हें फुटबाल के भगवान की तरह पूजती हो लेकिन वह भगवान नहीं है। वह एक आम फुटबॉलर है। अपने तीन दिवसीय कोलकाता दौरे के दौरान माराडोना सौरव गांगुली की फुटबॉल टीम के साथ एक चैरिटी मैच भी खेलेंगे। इससे पहले माराडोना 2008 में भारत आए थे। तब तक उनका भव्य स्वागत हुआ था। क्योंकि इस बार माराडोना एक चैरिटी इवेंट में हिस्सा लेने थे फिर भी इवेंट प्लेस माराडोना के फैंस से पूरा भरा हुआ था। माराडोना ने यहां कैंसर पीड़ितों को आर्थिक मदद भी दी।

रोनाल्डो भी हो चुके हैं ट्रोल 
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इससे पहले मार्च में पुर्तगाल के महान फुटबॉलर क्रिस्टायानो रोनाल्डो की कांस्य की प्रतिमा का पुर्तगाल के एक एयरपोर्ट पर अनावरण हुआ था। इमैन्युल सैतोस द्वारा बनाए गए इस स्टैच्यू का पूरी दुनिया में रोनाल्डो के प्रशंसकों ने विरोध किया था। फैंस का कहना था कि रोनाल्डो की जो मूरत बनाई गई है उसकी सूरत रोनाल्डो से बिल्कुल भी नहीं मिलती। इसके बाद विभिन्न सोशल साइट्स पर रोनाल्डो की प्रतिमा को लेकर मेमे (MEME) बनाए गए। आखिरकार पूरी दुनिया में निंदा होने के बाद स्पेन के मशहूर कलाकार जोस एंटोनियो ने नवंबर में रोनाल्डो की सूरत से मिलती स्टैच्यू बनाई। इसे बाद स्पेन के सैंटियागो स्टेडियम में स्थापित किया गया।