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स्पोर्ट्स डेस्क: पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री और 1992 विश्व कप विजेता कप्तान इमरान खान के दिन कुछ अच्छे नहीं चल रहे। यहां उन्हें तख्तापलट के बाद प्रधानमंत्री की कुर्सी से हाथ धोना पड़ा, वहीं कुछ दिन पहले एक  रैली में उनपर एक जानलेवा हमला भी हो चुका है। इन सबके अलावा मौजूदा पाक सरकार इमरान पर कई बड़े आरोप लगाकर, उन्हें लगातार टारगेट भी कर रही है। इमरान अब एक बार फिर मुसीबत में पड़ गए हैं, क्योंकि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने उनपर एक और गंभीर आरोप लगाया है।

दरअसल पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने यह दावा किया है कि इमरान खान ने भारत से मिले सम्मान के रूप में एक गोल्ड मेडल को 3000 रुपए में बेच खाया है। वहीं इस खबर ने एक बार फिर पाकिस्तानी मीडिया में तहलका मचा दिया है। गौरतलब है कि यह मेडल इमरान खान को साल 1987 में भारत ने उन्हें उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए दिया था।

वहीं इस दावे के बाद लाहौर के एक व्यापारी  शकील अहमद खान का नाम भी सामने आ रहा है, जिन्होंने इमरान से यह मेडल खरीदा था। लाहौर के पास कसूर के रहने वाले शकील अहमद खान ने एक टॉक शो में हिस्सा लेते हुए यह दावा किया कि यह मेडल छह या सात पदकों के संग्रह में से एक था जो इमरान 2014 में उन्हें बेचा था।

शकील अहमद खान ने कहा,“मैंने 2014 में 3,000 रुपये में छह या सात पदकों का संग्रह खरीदा था और यह पदक उनमें से एक था। आगे की जांच से पता चला कि यह 1987 में मुंबई में क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया द्वारा इमरान खान को दिया गया पदक था। पीसीबी ने दान स्वीकार किया और मुझे एक प्रमाण पत्र भी दिया।"

 

गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है कि जब इमरान पर तोहफे बेचने का आरोप लगा हो। इससे पहले उनपर ऐसे आरोप लग चुके हैं कि उन्होंने अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान अन्य देशों की यात्रा के दौरान कई बेशकीमती तोहफे बेच दिए हैं। इमरान पर तोहफे में मिली एक बेशकीमती हाथ घड़ी बेचे जाने का आरोप है, जो इमरान खान को सऊदी को क्राउन प्रिंस ने दी थी।