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नई दिल्ली : हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने विशेषज्ञ ड्रैग फ्लिकर्स और गोलकीपर का कुशल समूह तैयार करने की कवायद में अपने सदस्य संघों से खेल के इन 2 महत्वपूर्ण पहलुओं पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है। इस पूर्व भारतीय कप्तान ने इन 2 कौशल में निपुण विशेषज्ञ युवा खिलाडिय़ों का समूह तैयार करने पर जोर दिया।


टिर्की ने हॉकी इंडिया के सदस्य संघों को भेजे गए पत्र में कहा कि ड्रैग फ्लिकिंग तकनीक आधुनिक हॉकी के सबसे रोमांचक पहलुओं में से एक बन गया है। बेहतर तालमेल से लिया गया पेनल्टी कॉर्नर जिसमें गेंद गोली की रफ्तार से आगे जाती है वह खेल का रोमांचक पहलू बन गया है।


उन्होंने कहा कि इसी तरह से एक बेहद कुशल और चपल गोलकीपर का महत्व भी लगातार बढ़ रहा है। भारत की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हाल की सफलता का श्रेय पीआर श्रीजेश और सविता पुनिया को भी दिया जा सकता है जिन्होंने अपनी भूमिकाएं पूरे पेशेवरपन से निभाई।


टिर्की ने कहा कि जूनियर स्तर पर ड्रैग फ्लिकर्स और गोलकीपरों के कौशल में आमूलचूल सुधार की जरूरत है। इसलिए विभिन्न अकादमी में इन विभागों पर विशेषज्ञता पूर्ण कोचिंग देने की जरूरत बढ़ रही है।