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दुबई : वेस्टइंडीज के पूर्व बल्लेबाज मार्लोन सैमुअल्स पर अबुधाबी टी10 लीग के दौरान मिले फायदों का खुलासा करने में विफल होने, खेल को बदनाम करने, जानकारी छुपाने और जांच अधिकारी के साथ सहयोग नहीं करने के लिए गुरूवार को 6 साल का प्रतिबंध लगा दिया गया। सैमुअल्स ने चार मामलों में अमीरात क्रिकेट बोर्ड की भ्रष्टाचार रोधी संहिता का उल्लघंन किया जिसके लिए उन्हें बोर्ड में भ्रष्टाचार रोधी अधिकारी के तौर पर नामित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा सितंबर 2021 में आरोपित किया गया। अगस्त में उन्हें पंचाट द्वारा दोषी पाया गया था और उनका प्रतिबंध 11 नवंबर से शुरू हुआ। ये आरोप 2019 में अबुधाबी टी10 लीग से संबंधित हैं।

 

पूर्व आल राउंडर सैमुअल्स ने 71 टेस्ट, 207 वनडे और 67 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। आईसीसी ने गुरूवार को कहा कि 42 वर्षीय सैमुअल्स को दोषी पाया गया क्योंकि उन्होंने मनोनीत भ्रष्टाचार रोधी अधिकारी को किसी भी उपहार, भुगतान, आतिथ्य या अन्य फायदे की रसीद का खुलासा नहीं किया और ऐसा ऐसी परिस्थितियों में किया गया जो प्रतिभागी या क्रिकेट के खेल को बदनाम कर सकता है। उन्हें मनोनीत भ्रष्टाचार रोधी अधिकारी को 750 डॉलर या इससे अधिक कीमत के आतिथ्य की रसीद का खुलासा नहीं करने तथा जांच में सहयोग नहीं करने का भी दोषी पाया गया।


आईसीसी ने एक बयान में कहा कि उन्हें जांच से संबंधित जानकारी छुपाकर भ्रष्टाचार रोधी अधिकारी की जांच में बाधा डालने या विलंब करने का दोषी पाया गया। आईसीसी के महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल ने कहा कि सैमुअल्स पर प्रतिबंध अन्य के लिए सबक साबित होगा। मार्शल ने कहा कि सैमुअल्स ने करीब दो दशक तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है जिसमें उन्होंने कई भ्रष्टाचार रोधी गतिविधियों में हिस्सा लिया जबकि वह जानते थे कि भ्रष्टाचार रोधी संहिता के अंतर्गत उनके दायित्व क्या थे।

 

उन्होंने कहा- हालांकि वह अब संन्यास ले चुके हैं, लेकिन जब सैमुअल्स ने ये उल्लघंन किए तब वह इनमें हिस्सेदार थे। छह साल का प्रतिबंध ऐसे किसी भी खिलाड़ी के लिए कड़ा सबक देने का काम करेगा जो नियमों को तोड़ने की कोशिश करता है। सैमुअल्स ने 2012 और 2016 में टी20 विश्व कप फाइनल में वेस्टइंडीज के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए थे। उनके नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 11,000 से ज्यादा रन हैं। उन्हें मई 2008 में क्रिकेट के खेल को बदनाम करने के लिए धन लेने या अन्य फायदा लेने के लिए दो साल के लिए प्रतिबंधित किया गया था। वेस्टइंडीज के लिए वह अंतिम बार 2018 में खेले थे और 2020 में उन्होंने संन्यास की घोषणा कर दी थी।