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नई दिल्ली : पूर्व दिग्गज क्रिकेटर इयान चैपल का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया का मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण इंग्लैंड की परिस्थितियों में अगले महीने होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में भारत के खिलाफ उसका पलड़ा भारी करता है। उन्होंने साथ ही कहा कि चोटिल जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम ‘बुरी तरह प्रभावित' हो सकती है। बुमराह और पंत के अलावा श्रेयस अय्यर और लोकेश राहुल दो अन्य भारतीय खिलाड़ी हैं जो चोटों के कारण सात से 11 जून तक होने वाले फाइनल से बाहर हो गए हैं। चैपल ने यह भी कहा कि बार-बार चोटिल होने वाले हार्दिक पंड्या के लंबे प्रारूप में नहीं खेलने से भी भारत को नुकसान हो सकता है। हार्दिक ने पिछली बार 2018 में प्रथम श्रेणी का मैच खेला था। 

इन दोनों के खेलने से वे प्रबल दावेदार होते

चैपल ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो' पर अपने कॉलम में लिखा, ‘‘जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत की चोटें भारत को बुरी तरह प्रभावित करेंगी क्योंकि इन दोनों के खेलने से वे प्रबल दावेदार होते।'' उन्होंने कहा, ‘‘ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की कुछ हद तक आश्चर्यजनक अनुपलब्धता भी भारत को नुकसान पहुंचाती है क्योंकि वह उनके लिए अंतिम कड़ी को जोड़ने का काम कर सकते थे।'' अधिकांश भारतीय खिलाड़ी दो महीने इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के बाद डब्ल्यूटीसी फाइनल में उतरेंगे लेकिन चैपल को लगता है कि इसका शायद उन पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़े। चैपल ने कहा, ‘‘जैसा कि होना चाहिए, यह भविष्यवाणी करने के लिए एक कठिन मैच है। ऐसा मुख्य रूप से चोटों की चिंताओं के कारण है और इस साल की शुरुआत में एक कड़ी श्रृंखला खेलने के बाद से दोनों में से किसी ने भी कोई टेस्ट नहीं खेला है।'' 

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ऑस्ट्रेलिया का तेज गेंदबाजी आक्रमण भारत से थोड़ा बेहतर

उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति और मुश्किल होगी क्योंकि इससे जुड़े अधिकांश खिलाड़ी एकमात्र टेस्ट से पहले सिर्फ आईपीएल में खेले हैं।'' चैपल ने कहा, ‘‘हालांकि यह आदर्श तैयारी नजर नहीं आती लेकिन इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज रवि बोपारा की राय को याद किया जा सकता है। 2009 में बोपारा आईपीएल में खेलने के बाद वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिए उतरे थे और उनका मानना था कि उनकी तैयारी आदर्श थी क्योंकि टी20 में खेलने के कारण वह पैरों को अच्छी तरह मूव कर रहे थे और उनकी मानसिकता सकारात्मक थी।'' बोपारा ने कैरेबियाई देशों में लगातार शतक जड़ने के संदर्भ में यह बात कही थी। चैपल का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया का तेज गेंदबाजी आक्रमण भारत से थोड़ा बेहतर है जबकि स्पिन विभाग में रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम का पलड़ा भारी है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड की ऑस्ट्रेलिया की शीर्ष तेज गेंदबाजी तिकड़ी उपलब्ध है तो यह उन्हें थोड़ा प्रबल दावेदार बनाता है। वे किसी भी समय अच्छे गेंदबाज हैं लेकिन जून की शुरुआत में इंग्लैंड के हालात उनके अनुकूल होने चाहिए।'' 

चैपल ने कहा, ‘‘मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और उमेश यादव की मौजूदगी वाला भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण भी मजबूत है और विकेट लेने की क्षमता में ऑस्ट्रेलियाई तिकड़ी से थोड़ा ही पीछे है।'' पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा कि एकमात्र टेस्ट में मानसिक मजबूती अहम होगी। उन्होंने कहा, ‘‘जो टीम सबसे अधिक लचीलापन प्रदर्शित करती है, उसके जीतने की संभावना तब तक अधिक होगी जब तक प्रतियोगिता खराब मौसम से प्रभावित नहीं होती है।'' चैपल ने कहा, ‘‘बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि बल्लेबाज प्रतिभाशाली विरोधी तेज गेंदबाजों का सामना कैसे करते हैं। ऑस्ट्रेलिया स्टीव स्मिथ, मार्नस लाबुशेन और उस्मान ख्वाजा की बड़े स्कोर बनाने की क्षमता पर काफी अधिक निर्भर है लेकिन डेविड वार्नर की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए।'' 

इनपर रहेंगी नजरें

इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘‘भारतीय टीम में विराट कोहली, रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा पर नजरें रहेंगी क्योंकि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सफलता हासिल की है। मजबूत ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण के खिलाफ उनका काम कठिन होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को शुभमन गिल पर भी ध्यान देने की जरूरत है। वह बिना किसी डर के खेलते हैं और उनकी शॉट खेलने की मानसिकता है जो इस महत्वपूर्ण अवसर पर भी नहीं बदलेगी।'' परिस्थितियों को देखते हुए उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया थोड़ा प्रबल दावेदार है। उन्होंने कहा, ‘‘मैच इंग्लैंड की परिस्थितियों में खेला जा रहा है जो ऑस्ट्रेलियाई के मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण के थोड़ा अनुकूल है। हालांकि जैसा कि बोपारा ने कहा कि आपको बल्लेबाजों के लिए आईपीएल की तैयारी की अहमियत को कभी कम नहीं समझना चाहिए।''