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अल खोर (कतर) : चार बार की चैम्पियन जर्मनी की टीम गुरूवार को रात यहां कोस्टा रिका पर 4-2 की जीत के बावजूद लगातार दूसरे फीफा विश्व कप के ग्रुप चरण से बाहर हो गयी। यह जीत भी जर्मनी को राउंड 16 में पहुंचाने के लिये काफी नहीं थी। ग्रुप में जापान की स्पेन पर 2-1 की जीत से ये दोनों टीमें ही अगले दौर में पहुंची। जापान ग्रुप ई में शीर्ष पर रहा। 

जर्मनी के कोच हांसी फ्लिक ने कहा, ‘मैं ‘चेजिंग रूम' में था क्योंकि आप सोच सकते हैं कि निराशा इतनी ज्यादा है।' पिछले विश्व कप में गत चैम्पियन के तौर पर भी जर्मनी की टीम ग्रुप चरण से बाहर हो गई थी। जर्मनी को कतर में अपने शुरूआती मैच में जापान से हार मिली थी और उसे अगले दौर में पहुंचने के लिए अल बायत स्टेडियम में जीत के अलावा दूसरे मैच के नतीजे के अपने हक में आने की जरूरत थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अगर स्पेन की टीम जापान को हरा देती तो जर्मनी की टीम ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहती। 

सर्गे गनाब्री ने 10वें मिनट में हेडर से गोल कर जर्मनी को आगे कर दिया था। और दिलचस्प बात है कि ग्रुप के दूसरे मैच में भी दोहा में स्पेन ने खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में जापान के खिलाफ बढ़त हासिल कर ली थी। लेकिन ग्रुप के दोनों ही मैचों का नतीजा दूसरे हाफ में बदल गया। येल्टसिन तेजेदा ने 58वें मिनट में गोल कर कोस्टा रिका को बराबरी पर ला दिया। फिर 70वें मिनट में जर्मनी के गोलकीपर मैनुअल नुएर के आत्मघाती गोल से कोस्टा रिका ने 2-1 से बढ़त बना ली। लेकिन जर्मनी के स्थानापन्न खिलाड़ी काइ हावर्ट्ज ने तीन मिनट बाद स्कोर 2-2 करने में मदद की और फिर 85वें मिनट में टीम को 3-2 से आगे कर दिया। 

जर्मनी के एक और स्थानापन्न खिलाड़ी निकलास फुलक्रुग ने 89वें मिनट में चौथा गोल किया। जापान की टीम छह अंक लेकर ग्रुप ई में शीर्ष पर रही। वह स्पेन और जर्मनी दोनों से दो अंक आगे थी। स्पेन ने बेहतर गोल अंतर की बदौलत राउंड 16 में जगह बनायी जिसमें उसकी कोस्टा रिका पर 7-0 की जीत ने अहम भूमिका अदा की। अब स्पेन का सामना राउंड 16 में मोरक्को से होगा जबकि जापान की भिड़ंत क्रोएशिया से होगी। जर्मनी को स्पेन के बराबर आने के लिये पांच और गोल की जरूरत थी। यह मैच इसलिये भी अहम रहा क्योंकि फ्रांस की स्टेफनी फ्रापार्ट पुरूष विश्व कप में रैफरिंग करने वाली पहली महिला रैफरी बनीं।