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जालन्धर : पंजाब खेल विभाग ने 1984 के लॉस एंजिलस ओलिम्पिक में हिस्सा लेने वाले पूर्व हॉकी प्लेयर राजिंदर सिंह को पंजाब हॉकी टीम का चीफ हॉकी कोच नियुक्त किया है। खेल मंत्री पंजाब ने राजिंदर सिंह को बल्र्टन पार्क स्थित सुरजीत सिंह हॉकी स्टेडियम में साढ़े चार करोड़ की लागत से लगने वाली नई एस्ट्रोटर्फ के उद्घाटन समारोह के दौरान नियुक्ति पत्र दिया। राजिंदर सिंह भारत सरकार से द्रोणाचार्य अवॉर्ड भी हासिल कर चुके हैं।

ऐसा रहा करियर

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राजिंदर सिंह के पास करीब 20 साल हॉकी खेलने का तुजुर्बा है। उन्होंने 1982 एशियन गेम्स, 1982 विश्व हॉकी चैम्पियनशिप, 1983 चैम्पियंस ट्रॉफी, 1984 लॉस एंजिल्स ओलिम्पिक, 1985 ढाका एशिया हॉकी कप में भारत का प्रतिनिधत्व किया और देश के लिए तमगे जीते।

जब मैच रैफरी के साथ हो गया झगड़ा

राजिंदर सिंह के अंतरराष्ट्रीय करियर पर ब्रेक 1985 में लगी जब एशिया कप खेला जा रहा था। भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए अहम मुकाबले में एक गोल संबंधी रैफरी के फैसले से भारतीय टीम के पांच खिलाड़ी पूरी तरह से असमत दिखे। उन्होंने जापान के मैच रैफरी के सामने कड़ा विरोध जताया। इसी मामले में बाद में अंतरराष्ट्रीय हॉकी संघ ने भारत के पांच खिलाडिय़ों पर प्रतिबंध लगा दिया था, इनमें एक नाम राजिंदर सिंह का भी था। लेकिन राजिंदर सिंह ने हार नहीं मानी। वह पंजाब स्तर पर लंबे समय तक हॉकी खेलते रहे और युवाओं को ट्रेनिंग दी।

बेटा खेलेगा टोक्यो ओलिम्पिक

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राजिंदर सिंह का बेटा जसकरण सिंह भी भारतीय हॉकी टीम का प्रमुख हिस्सा है। यह टीम अभी टोक्यो ओलिम्पिक की तैयारी कर रही है। जसकरण सिंह का करियर अच्छा रहा है। जनवरी 1994 में जन्मे जसकरण अभी तक भारतीय टीम के लिए छह मैच खेल चुके हैं।

यह थे मौजूद 

राजिंदर सिंह को जब नियुक्ति पत्र दिया गया तब मौके पर सुरजीत हॉकी सोसायटी के प्रमुख और डी.सी. जालन्धर घनश्याम थोरी, इकबाल सिंह संधू, सुरिंदर सिंह भापा, ओलिम्पियन बलविंदर सिंह शमी, नरिंदरपाल सिंह सिद्धू, जगरूप सिंह जरखड़ भी मौजूद थे।