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नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के नियमित प्रशंसक आमतौर पर मैचों के टिकट को लेकर शिकायत नहीं करते है लेकिन घरेलू वनडे विश्व कप से पहले वह निराश और गुस्से में है। प्रशंसकों की यह निराशा लाजमी है क्योंकि पांच अक्टूबर को अहमदाबाद में होने वाले विश्व कप के उद्घाटन मैच में लगभग डेढ़ महीने का समय बचा है और टिकटों की बिक्री अभी तक शुरू नहीं हुई है। 

विश्व कप के लिए टिकटों की बिक्री 25 अगस्त को क्रमबद्ध तरीके से शुरू होगी। विश्व कप कार्यक्रम की घोषणा काफी विलंब से जून में की गई थी। इस महीने की शुरुआत में मेजबान बीसीसीआई और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने नौ मैचों के कार्यक्रम में बदलाव किया कर दिया। इस कार्यक्रम में एक और बदलाव की संभावना है क्योंकि हैदराबाद राज्य इकाई नौ और 10 अक्टूबर को लगातार दो दिनों में दो मैचों की मेजबानी को परेशानी वाली स्थिति करार दिया। 

भारत ने 2011 में 50 ओवर के विश्व कप की सह-मेजबानी की थी तब टिकटों की बिक्री जून 2010 में शुरू हो गयी थी। इससे प्रशंसकों को देश भर में अपनी यात्रा की योजना बनाने के लिए पर्याप्त समय मिल गया। इंग्लैंड में 2019 में आयोजित पिछले एक दिवसीय विश्व कप के कार्यक्रम की घोषणा 12 महीने से अधिक पहले की गई थी और प्रशंसकों को टिकटों के साथ अपनी किस्मत आजमाने के लिए पर्याप्त समय मिला था। 

दिल्ली के अतिरव कपूर ने जून में टूर्नामेंट के कार्यक्रम की घोषणा होने के साथ ही इसकी सबसे प्रतीक्षित मैच के लिए अपनी विमान टिकट बुक करा ली। पहले के कार्यक्रम के मुताबिक भारत और पाकिस्तान का मैच 15 अक्टूबर को खेला जाना था और अतिरव ने उसी के मुताबिक अपनी योजना बनायी थी। अब कार्यक्रम में बदलाव के बाद इस मैच को एक दिन पहले खेला जायेगा। इस मैच के लिए टिकट की बिक्री तीन सितंबर को होगी। 

अतिरव ने कहा, ‘मैंने पहले ही दिल्ली-अहमदाबाद की उड़ान के लिए 40000 रुपये खर्च कर दिये हैं। अगर मैं ऑनलाइन टिकट प्राप्त करने में कामयाब भी हो जाता हूं, तो मूल टिकट लेने के लिए मुझे  एक दिन पहले वहां पहुंचना होगा। कीमत पहले से ही आसमान छू रही हैं, ऐसे में मुझे अपने कार्यक्रम में बदलाव करने के लिए काफी पैसे खर्च करने होंगे।' 

उन्होंने कहा, ‘इस बारे में तभी निर्णय ले सकता हूं जब मुझे पता हो कि मुझे मैच का टिकट मिलने वाला है। यह पूरी तरह से गड़बड़ स्थिति है। मुझे 2011 का विश्व कप याद है, जब टिकट महीनों पहले उपलब्ध थे।' अहमदाबाद में भारत-पाकिस्तान मैच के आस-पास की तारीखों के होटल का एक दिन का किराया 50,000 रुपये तक पहुंच गया है। भारत से बाहर रहने वाले प्रशंसकों के लिए स्थिति और भी गड़बड़ है। 

सिंगापुर में रहने वाले ऋषभ सिंघवी ने विमान टिकट और होटलों पर करीब पांच लाख रुपये खर्च किए हैं। उनकी भारत के तीन से चार मैचों को स्टेडियम से देखने की है। मैच टिकट मिलने की कोई गारंटी नहीं होने के कारण उनकी योजना भी अधर में है। सिंघवी ने कहा, ‘मैं चार से पांच महीने से इसकी योजना बना रहा हूं, लेकिन टिकटों की बिक्री अभी तक शुरू नहीं हुई है, मुझे नहीं पता कि क्या होगा। मैंने कोलकाता को छोड़कर जहां मेरा परिवार रहता है, सभी मैचों के लिए अपनी उड़ानें और होटल पहले ही तय कर लिए हैं।' 

विश्व कप की मेजबानी करने वाले बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त राज्य इकाई के एक अधिकारी ने कहा कि टूर्नामेंट के कार्यक्रम और टिकटों की बिक्री को बेहतर तरीके से संभाला जाना चाहिए था। इस अधिकारी ने कहा, ‘जब कार्यक्रम और टिकटों की बात आती है तो हमने तीन-चार महीने विलंब कर दिया है। मुझे हालांकि यकीन है कि अंततः हम एक सफल विश्व कप आयोजित करेंगे। अगर हम प्रशंसकों को योजना बनाने के लिए कम से कम छह महीने का समय देते तो बेहतर होता।'