नई दिल्ली : इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिचर्ड गोल्ड ने अपने समकक्ष बीसीसीआई सचिव जय शाह को पत्र लिखकर दो राष्ट्रीय दिव्यांग टीम बनाने का प्रस्ताव दिया है जिससे समुदायों में इस खेल को लोकप्रिय बनाने में मदद मिल सके। इसमें एक दृष्टिबाधित (नेत्रहीन) और एक संयुक्त (शारीरिक रूप से विकलांग, बौद्धिक रूप से विकलांग और श्रवण बाधित) टीम बनाने का प्रस्ताव दिया गया है।
इस समय भारत में एक ‘डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया' (डीसीसीआई) है जो बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) की एक उप समिति है। लेकिन भारतीय बोर्ड स्वतंत्र रूप से कोई टूर्नामेंट आयोजित नहीं करता है। कोलंबो में आईसीसी सालाना कांफ्रेंस के दौरान कुछ चर्चा होगी जिसमें गोल्ड को मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की बैठक में हिस्सा लेना है। गोल्ड ने एक पत्र लिखा है जिसे ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निक हॉकले, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुख्य परिचालन अधिकारी सलमान नासिर और दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी फ्लेट्सी मोसेकी को भी भेजा गया है।
उन्होंने इसमें लिखा, ‘हम बोर्ड को दो अंतरराष्ट्रीय टीमें संचालित करने का प्रस्ताव देते हैं जिसमें एक दृष्टिबाधित एकादश हो जबकि दूसरी अखिल विकलांगता प्रारूप की टीम जिसमें बधिर, बौद्धिक रूप से विकलांग और शारीरिक रूप से विकलांग क्रिकेटर शामिल हों।'