न्यूयॉर्क : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने मंगलवार को बताया कि उन्होंने निवर्तमान मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को पिछले ढाई वर्षों में टीम में उनके व्यापक योगदान को स्वीकार करने के साथ इस जिम्मेदारी को जारी रखने के लिए मनाने की कोशिश की थी। द्रविड़ ने सोमवार को स्पष्ट कर दिया था कि टी20 विश्व कप भारतीय टीम के साथ उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा। रोहित इसके एक दिन बाद राष्ट्रीय टीम में अपने पहले कप्तान के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए। गौतम गंभीर को द्रविड़ के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने इस पद के लिए आवेदन किया है या नहीं।
रोहित ने टी20 विश्व कप में आयरलैंड के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि मैंने उन्हें रोकने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन जाहिर तौर पर ऐसी कई चीजें हैं जिनका उन्हें ध्यान रखना होगा। मैंने व्यक्तिगत रूप से उसके साथ अपने समय का आनंद लिया। रोहित ने इस मौके पर अपने अंतरराष्ट्रीय पदार्पण को याद करते हुए कहा कि उन्होंने राहुल की कप्तानी में अपना अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू किया था। उन्होंने कहा कि जब मैंने आयरलैंड में पदार्पण किया था तो वह मेरे पहले अंतरराष्ट्रीय कप्तान थे। जब मैं टेस्ट मैचों के लिए टीम में आया था तब मैंने उन्हें करीब से खेलते हुए देखा था। वह हम सभी के लिए इतने बड़े आदर्श रहे है।
उन्होंने कहा कि बड़े होते हुए, हमने उन्हें खेलते हुए देखा है और हम जानते हैं कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से एक खिलाड़ी के रूप में क्या हासिल किया है। हम पिछले कुछ वर्षों में टीम के लिए उनके योगदान की सराहना करते है। उन्होंने ‘वॉल' का जिक्र करते हुए कहा कि वह टीम को कठिन परिस्थितियों से बाहर निकालने के लिए जाने जाते हैं। रोहित-द्रविड़ युग में भारत अभी तक कोई वैश्विक ट्रॉफी नहीं जीत सका है लेकिन टीम के विकास में मुख्य कोच का योगदान बहुत बड़ा है।
रोहित ने कहा कि उन्होंने अपने पूरे करियर में बहुत मजबूती दिखाया है और जब वह एक कोच के रूप में यहां आए, तो मैं उनसे सीखना चाहता था। यह बहुत फलदायी रहा है। बड़ी ट्रॉफी के अलावा, हमने सभी प्रमुख टूर्नामेंट और श्रृंखलाएं जीतीं। उनके साथ काम करते हुए मैंने हर चीज का आनंद लिया है। हमने यह तय करते हुए कि टीम को किस दिशा में जाना है। द्रविड़ ने नवंबर 2021 में टीम की कमान संभाली थी।