खेल डैस्क : गौतम गंभीर का मानना है कि युवा भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल को दक्षिण अफ्रीका में दो मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान टीम इंडिया की सफलता के लिए उम्मीदों और जिम्मेदारी से ज्यादा बोझ नहीं उठाना चाहिए। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज जोकि 2010-11 में दक्षिण अफ्रीका में 1-1 से ड्रा हुई यादगार टेस्ट सीरीज के नायक थे, ने कहा कि प्रोटियाज भूमि की परिस्थितियां अनुभवहीन मुंबई के लिए चुनौतियां खड़ी कर सकती हैं।
जयसवाल ने जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ कैरेबियन श्रृंखला के दौरान अपने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत की थी जहां वह शतक लगाने में सफल रहे थे। बहरहाल एक शो पर गंभीर ने मौजूदा दक्षिण अफ्रीका गेंदबाजी आक्रमण की गुणवत्ता पर कहा कि प्रशंसकों और यहां तक कि टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं को भी बहुत अधिक उम्मीदें नहीं रखनी चाहिए।
गंभीर ने कहा कि उनका मानना है कि जयसवाल के पास हर जगह सफल होने और भारत के लिए लंबा टेस्ट करियर बनाने की तकनीक और क्षमता है। लेकिन दक्षिण अफ्रीका की स्थितियां उनके लिए बिल्कुल नई होंगी। गंभीर ने कहा कि उसे बेहद अलग चुनौती का सामना करना पड़ेगा। जब आप मार्को जानसन, कैगिसो रबाडा, लुंगी एनगिडी या नंद्रे बर्गर को खेलेंगे, तो उछाल होगा। जयसवाल फ्रंट और बैकफुट पर खेलता है लेकिन मेरा मानना है कि वह इस सीरीज में अनुभव के साथ बेहतर होंगे। आप बहुत ज्यादा उम्मीद न करें।
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की श्रृंखला 26 दिसंबर को सेंचुरियन में बॉक्सिंग डे टेस्ट से शुरू होगी, इससे पहले दोनों टीमें 3 जनवरी को नए साल के टेस्ट के लिए केपटाउन जाएंगी।