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स्पोर्ट्स डैस्क: दिलीप सरदेसाई। यह उस क्रिकेटर का नाम है, जिसने भारत को विदेश में जीतना सिखाया था। सरदेसाई की आज 78वीं जयंती है। उनका जन्म 8 अगस्त 1940 को हुआ था, लेकिन इस महान खिलाड़ी ने 7 जुलाई 2007 को दुनिया को अलविदा कह दिया था। आज उनकी जयंती पर गूगल ने अलग अंदाज में डूडल बनाया है। गूगल द्वारा बनाए गए डूडल में सरदेसाई बैट से बॉल को मारते हुए दिखाई दे रहे हैं। भारतीय टीम के लिए खेलने वाले वह गोवा के इकलौते खिलाड़ी थे और अपने दस बरस के कैरियर में मुंबई रणजी टीम और भारत के लिए खेलते हुए उन्होंने 10000 से अधिक रन बनाए। 
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स्पिनर के खिलाफ चलता था बल्ला
दिलीप को सबसे शानदार बल्लेबाज माना जाता है। स्पिनर के खिलाफ उनका बल्ला चलता नहीं बल्कि गरजता था। दिलीप सरदेसाई की टीम इंडिया में एंट्री उस वक्त हुई जब वेस्टइंडीज को सबसे खतरनाक टीम माना जाता था। उनके तेज गेंदबाजों का उस वक्त क्रिकेट वर्ल्ड में दबदबा था। दीलीप सरदेसाई ने उस वक्त विंडीज में ऐसा इतिहास रचा था कि उनके तेज गेंदबाज भी हैरान रह गए थे। 1971 में दिलीप ने वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्हीं की जमीन पर न सिर्फ डबल सेंचुरी लगाई बल्कि मैच भी बचाया था।
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6 मार्च 1971 को भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहला टेस्ट मैच हुआ. टॉस हारने के बाद टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 36 रन पर तीन विकेट गवां दिए थे। अब  बल्लेबाजी करने दिलीप सरदेसाई मैदान पर उतरे। सरदेसाई क्रीज पर पहुंचे, लेकिन विकटों का गिरना जारी रहा आैर 75 रन पर भारत के 5 विकेच गिर गए। सरदेसाई ने फिर भी हार नहीं मानी आैर मैदान के चारों तरफ चाैकों की बरसात करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते सरदेसाई दोहरा शतक ठोक गए। उन्होंने 212 रनों की पारी खेली, जिसकी बदाैलत भारत मैच हारने से बचा था। यह मैच ड्रा पर समाप्त हुआ था। 
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ऐसा करने वाले बने थे पहले भारतीय
गोवा में जन्‍मे सरदेसाई को विदेश में पहला दोहरा शतक लगाने वाले भारतीय बल्‍लेबाज के रूप में भी जाना जाता है। अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में उनकी शुरुआज इंग्‍लैंड के खिलाफ 1961 में हुई थी। 30 मैंचों की 55 पारियों में उन्होंने 39.23 के औसत से कुल 2001 रन बनाए थे। उनका सर्वाधिक स्कोर 212 रन था। हालांकि सरदेसाई ने अपने पूरे टेस्ट क्रिकेट करियर में सिर्फ दो छक्के मारे थे। पूरे करियर में उन्‍होंने प्रथम श्रेणी के 179 मैचों की 271 पारियों में 41.75 की औसत थे कुल 10230 रन बनाए थे। इनमें 25 शतक और 56 अर्द्धशतक शतक शामिल हैं।