खेल डैस्क : विशाखापत्तनम के मैदान पर दिल्ली कैपिटल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 20 रन से हरा दिया। चेन्नई की ओर से महेंद्र सिंह धोनी की खेली गई 37 रन की पारी पूरे मैच का आकर्षण रही। धोनी ने महज 17 गेंदों पर 3 छक्कों की मदद से यह रन बनाए। धोनी ने इसी के साथ ट्वंटी 20 फॉर्मेट में ऑवरऑल 7 हजार रन भी पूरे कर लिए। बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज इस लिस्ट में क्विंटन डीकॉक (8578), जोस बटलर (7721) रन बना चुके हैं। धोनी ने मोहम्मद रिजवान (6962), कामरान अकमल (6454) को पीछे छोड़ा। बहरहाल, धोनी अपनी पारी के बावजूद चेन्नई को जीत नहीं दिला पाए। इसके पांच प्रमुख कारण भी रहे।
दिल्ली की मजबूत शुरूआत
दिल्ली को मजबूत स्कोर तक ले जाने का श्रेय ओपनर पृथ्वी शॉ और वार्नर को गया जिन्होंने पहले विकेट के लिए 10 ओवरों के अंदर ही 93 रन जोड़े। दोनों ने सधी हुई बल्लेबाजी की और चेन्नई के पावरप्ले में विकेट टेकिंग गेंदबाज दीपक चाहर और तुषार देशपांडे को मौका नहीं दिया। मजबूत शुरूआत का कप्तान पंत ने फायदा उठाया और 32 गेंदों पर 51 रन बनाकर स्कोर 191 तक पहुंचा दिया।
पथिराना को लेट गेंदबाजी देना
चेन्नई के लिए सबसे सफल गेंदबाज पथिराना रहे। उन्होंने 4 ओवर में 31 रन देकर 3 विकेट लिए। उन्हें 8वें ओवर में गेंद पकड़ाई गई और उन्होंने 5 ही रन दिए। ऋतुराज ने इसके बाद 15वें ओवर में उन्हें गेंद थमाई। इस दौरान पंत अपना गेम कर चुके थे। पथिराना ने अपने दूसरे ओवरमें मिशेल मार्श और ट्रिस्टन स्टंब्स के विकेट ले लिए। यही नहीं अपने चौथे ओवर में उन्होंने पंत का विकेट भी निकाला। अगर चेन्नई के सबसे सफल गेंदबाज पथिराना को शुरूआती ओवर मिलते तो स्थिति कुछ और हो सकती थी।
खलील अहमद का शुरूआती स्पैल
चेन्नई के लिए ऋतुराज के साथ रचिन रवींद्र ने बेंगलुरु के खिलाफ पहले मुकाबले में 38, गुजरात के खिलाफ 62 रन की पार्टनरशिप की थी लेकिन दिल्ली के खिलाफ वह 3 ही रन बना पाए। इसका मुख्य जिम्मेदार दिल्ली का तेज गेंदबाज खलील अहमद रहा। अहमद ने लगातार ओवरों में ऋतुराज और रचिन के विकेट निकाले जिससे चेन्नई के बाकी बल्लेबाजों पर दबाव बन गया। हालांकि मध्यक्रम में रहाणे और मिशेल ने रन बनाए लेकिन बढ़िया शुरूआत न मिलने की कसक टीम को खल ही गई।
धोनी का लेट बल्लेबाजी के लिए आना
धोनी छह आऊट होने के बाद बल्लेबाजी के लिए उतरे। उन्होंने तेज शॉट तो जरूर लगाए लेकिन इस दौरान सिंगल लेने से कतराते दिखे। उनके साथ रविंद्र जडेजा थे जोकि बड़ी हिट लगा सकते थे लेकिन धोनी ने खुद के पास स्ट्राइक रखी। उन्होंने 16 गेंदों पर 4 चौके और तीन छक्कों की मदद से 37 रन बनाए। अगर वह बल्लेबाजी के लिए पहले आते तो ऐसी हिटिंग के साथ जीत-हार के समीकरण कुछ और हो सकते थे।
मुकेश कुमार के 3 विकेट निकालना
दिल्ली के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार ने मध्यक्रम में गेंदबाजी करते हुए बड़ा अंत पैदा कर दिया। उन्होने पहली 9 गेंदों पर 3 विकेट लेकर चेन्नई की राह मुश्किल कर दी। मुकेश ने रहाणे, शिवम दुबे, रिजवी के विकेट लिए जोकि चेन्नई को जीत दिला सकते थे।
मुकाबले की बात करें तो दिल्ली ने पहले खेलते हुए डेविड वॉर्नर और ऋषभ पंत के अर्धशतकों की मदद से 191 रन बनाए थे। जवाब में खेलने उतरी चेन्नई की शुरूआत खराब रही। लेकिन रहाणे और डेरिल मिशेल ने मैच को जिंदा रखा। अंत में महेंद्र सिंह धोनी ने 16 गेंदों पर 37 रन तो जरूर बनाए लेकिन तब तक देरी हो चुकी थी। चेन्नई को 20 रन से हार झेलनी पड़ी।
दोनों टीमों की प्लेइंग 11
चेन्नई सुपर किंग्स : रुतुराज गायकवाड़ (कप्तान), रचिन रवींद्र, अजिंक्य रहाणे, डेरिल मिशेल, रवींद्र जड़ेजा, समीर रिजवी, एमएस धोनी (विकेटकीपर), दीपक चाहर, तुषार देशपांडे, मथीशा पथिराना, मुस्तफिजुर रहमान
दिल्ली कैपिटल्स : पृथ्वी शॉ, डेविड वार्नर, मिशेल मार्श, ऋषभ पंत (विकेटकीपर/कप्तान), ट्रिस्टन स्टब्स, अक्षर पटेल, सुमित कुमार, एनरिक नॉर्टजे, मुकेश कुमार, इशांत शर्मा, खलील अहमद