नई दिल्ली : वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा का कहना है कि बोर्ड या टीम प्रबंधन वर्तमान में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। और उन्हें नहीं लगता कि टेस्ट क्रिकेट में पैसों का मुद्दा हल कर देने से ही चीजें हल हो जाएंगी। लारा ने कहा कि अगर आप वेस्टइंडीज के बैंक खाते में 100 मिलियन, 200 मिलियन डॉलर डालते हैं, तो क्या इससे हमारे खेल खेलने का तरीका बदल जाएगा? मुझे यकीन नहीं है। हमारे पास जो प्रतिभा है, हम उसका उपयोग नहीं कर रहे हैं।
वेस्टइंडीज वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की टेस्ट रैंकिंग में आठवें स्थान पर है और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ संयुक्त रूप से आयोजित 2024 पुरुष टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में प्रवेश नहीं कर पाया था। 1970 और 1980 के दशक में क्रिकेट की दुनिया में विंडीज एक प्रमुख शक्ति थी। लेकिन अब खिलाड़ियों का सफेद गेंद वाली लीगों के प्रति अधिक रुझान हो गया है। इसके अलावा एथलेटिक्स जैसे अन्य खेल भी तेजी से बढ़े हैं जिस कारण प्रतिभा पूल प्रभावित हो रहा है। जाहिर है, विभिन्न खेलों की संख्या और बच्चों के लिए अलग-अलग अवसरों के कारण क्रिकेट कमजोर हो गया है, लेकिन मेरा अब भी मानना है कि कॉर्पोरेट वेस्ट इंडीज को इसमें शामिल होना होगा।
लारा ने कहा कि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने इन प्रायोजकों को आकर्षित करने में सही काम नहीं किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कम से कम जमीनी स्तर पर, बल्कि अकादमी, सभी अलग-अलग चीजें, सुविधाएं मानक के अनुरूप हों। मुझे लगता है कि ये चीजें बहुत, बहुत महत्वपूर्ण हैं।
बता दें कि विंडीज टीम ने इंग्लैंड ने पहला टेस्ट गंवा दिया है। विंडीज की टीम पहले खेलते हुए पहली पारी में 121 रन ही बना पाई थी। इंग्लैंड के लिए डैब्यू कर रहे गस एटकिंसन ने 45 रन देकर 7 विकेट लिए। वह इंग्लैंड के लिए डैब्यू मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्लेयर भी बने। जवाब में इंग्लैंड ने पहली पारी में 371 रन बनाए। जैक क्राउले, ओली पोप, जो रूट, हैरी ब्रूक और जेमसी स्मिथ ने अर्धशतक बनाए। विंडीज को फॉलोऑन मिला लेकिन वह दूसरी पारी में 136 रन पर ऑलआऊट हो गई और पारी और 114 रन से मुकाबला गंवा दिया।