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दुबई : भारत के गेंदबाजी कोच के रूप में अपने आखिरी कुछ मैचों से पहले भरत अरुण ने स्वीकार किया कि आईसीसी टी20 विश्व कप में टॉस और बायो बबल (जैव सुरक्षित माहौल) की थकान के कारण टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जहां उसे पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। 

अरुण से जब पूछा गया कि क्या आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) और टी20 विश्व कप के बीच कम समय होने से टीम का प्रदर्शन प्रभावित हुआ तो उन्होंने कहा हां ऐसा है। उन्होंने कहा, ‘छह महीने तक घर से दूर रहना बहुत बड़ी बात है। मुझे लगता है कि पिछले आईपीएल के निलंबित होने के बाद उन्हें एक छोटा ब्रेक मिला था, उसके बाद खिलाड़ी घर नहीं गए हैं।' 

अरुण ने नामीबिया के खिलाफ ग्रुप चरण के आखिरी मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘वे छह महीने से जैव सुरक्षित माहौल में हैं और इससे शरीर पर काफी प्रभाव पड़ता है। आईपीएल और विश्व कप के बीच एक छोटा सा ब्रेक (समय) खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद हो सकता था।' वह हालांकि इस बात से बहुत निराश थे कि इस कद के टूर्नामेंट में टॉस ने काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारतीय टीम के पहली और दूसरी पारी में बल्लेबाजी में काफी फर्क दिखा। ओस के कारण दूसरी पारी में गेंदबाजी करना मुश्किल था।' 

उन्होंने कहा, ‘टॉस ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और मेरा मानना है कि इस तरह के टूर्नामेंट में टॉस का परिणाम पर कोई असर नहीं होना चाहिए।' उन्होंने कहा, ‘यहां टॉस का अनुचित लाभ मिला है और पहली पारी में बल्लेबाजी और दूसरी पारी में बल्लेबाजी में बहुत बड़ा अंतर रह रहा है। इस तरह के छोटे प्रारूप में ऐसा नहीं होना चाहिए।'