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स्पोर्ट्स डेस्क : ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया ने पहलवानों और खेल प्रशंसकों से जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का अनुरोध किया है। बजरंग ने पहलवानों से एथलीटों को बचाने और उनका समर्थन करने के लिए गुरुवार 19 जनवरी को जंतर-मंतर पर सुबह 10 बजे विरोध में शामिल होने का आग्रह किया। 

बजरंग ने एक वीडियो में कहा, 'सभी खिलाड़ियों और कुश्ती प्रेमियों से अनुरोध है कि कुश्ती को बचाने और खिलाड़ियों को समर्थन देने के लिए आज सुबह 10 बजे जंतर-मंतर पहुंचें।' बजरंग ने WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर पहलवानों को गाली देने और उन्हें मारने का आरोप लगाया। भारत के शीर्ष पहलवानों ने बुधवार को महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ अभूतपूर्व विरोध प्रदर्शन किया। 

बजरंग ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'WFI द्वारा पहलवानों को परेशान किया जा रहा है। जो WFI का हिस्सा हैं, वे खेल के बारे में कुछ नहीं जानते।' 'हमारी लड़ाई सरकार या भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के खिलाफ नहीं है। यह WFI के खिलाफ है। 'ये अब आर पार की लड़ाई है' (यह अंत तक की लड़ाई है)।  

बजरंग के साथ विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगट, रियो ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता सरिता मोर, संगीता फोगट, सत्यव्रत मलिक, जितेंद्र किन्हा और CWG पदक विजेता सुमित मलिक भी जंतर मंतर पर मौजूद थे। 

विनेश फोगट ने आगे WFI अध्यक्ष पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। विनेश ने कहा, 'मैंने इसके खिलाफ आवाज उठाई। बृजभूषण सहारन सिंह महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करते थे।' उन्होंने कहा, 'चोटों की जिम्मेदारी कोई नहीं लेता। वे पहलवानों को नेशनल से प्रतिबंधित करने की बात करते हैं। WFI अध्यक्ष ने मुझे खोटा सिक्का कहा। मैं आत्महत्या करना चाहती थी।' पहलवानों के विरोध के बीच खेल मंत्रालय ने WFI से स्पष्टीकरण मांगा है और जवाब के लिए 72 घंटे की समय सीमा तय की है।