कोलंबो : श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा (Arjuna Ranatunga) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को आड़े हाथों लेते हुए विश्व क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था को ‘ अधिकार विहीन' करार दिया जो सभी प्रमुख फैसले करने का अधिकार एक देश को देने के लिए तैयार है। रणतुंगा ने व्यंगात्मक लहजे में कहा कि आईसीसी अधिकार विहीन संस्था है। वह बेहद गैर पेशेवर तरीके से काम करती है। मेरा मानना है कि वह एक ऐसी संस्था है जिसको क्रिकेट का बचाव करना चाहिए। क्रिकेट पर आईसीसी का नियंत्रण होना चाहिए किसी एक देश का नहीं।
उन्होंने यहां चुनिंदा संवाददाताओं से बातचीत के दौरान सवाल उठाने के लहजे में कहा कि आप एशिया कप लें। टूर्नामेंट से पहले आपके पास नियम हैं, लेकिन उस एक मैच (भारत बनाम पाकिस्तान) से पहले, उन्होंने नियम बदल दिए। एसीसी (एशियाई क्रिकेट परिषद) कहां है? आईसीसी कहां है?'' उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर वे भारत-पाकिस्तान मैच (विश्व कप में) से पहले नियम बदल दें। आईसीसी अपना मुंह बंद रखेगी और कहेगी ‘ठीक है, ऐसा करो'। आईसीसी सिर्फ बकवास करती है, उसके बस में कुछ नहीं है।
एशिया कप में किसी मैच के लिए रिजर्व दिन नहीं था लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच कोलंबो में खेले गये सुपर फोर चरण के मैच के लिए रिजर्व दिन का प्रावधान जोड़ दिया गया था। इस मैच का नतीजा भी रिजर्व दिन पर निकला था। सिर्फ एक मैच के लिए रिजर्व दिन रखने के फैसले ने कई लोगों को निराश किया। रणतुंगा ने कहा कि किसी टूर्नामेंट के नियमों को एक या दो टीमों के अनुरूप बदलने से खेल खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने इस मुद्दे पर चुप्पी साधने के लिए आईसीसी और एसीसी की आलोचना की।
विश्व कप विजेता कप्तान ने गुस्से में कहा कि जब आपके पास कोई टूर्नामेंट होता है, जहां आप एक टीम के लिए नियम बदलते हैं तो मैं बहुत सहज नहीं रहता हूं। इससे भविष्य में काफी नुकसान होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आईसीसी और एसीसी के लिए बहुत दुख हो रहा है क्योंकि वे (अधिकारी) सिर्फ पद पर बने रहना चाहते हैं। पूर्व क्रिकेटर भी इस मुद्दे पर कुछ बोलने से बचते हैं क्योकि इससे उनकी कमाई पर असर पड़ेगा।