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गुरुग्राम : भारतीय गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी को लगता है कि ‘लिव गोल्फ' और आधिकारिक विश्व गोल्फ रैंकिंग के बीच गतिरोध के कारण कई शीर्ष रैंकिंग के गोल्फर पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर पायेंगे। लाहिड़ी का कहना है कि यह दुनिया भर में कुछ कदम उठाने के लिए सही समय साबित हो सकता है। लाहिड़ी सऊदी अरब द्वारा आयोजित की जानी वाली ‘एलआईवी गोल्फ' प्रतियोगिताओं में खेलते हैं जिसे आधिकारिक विश्व गोल्फ रैंकिंग द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है। इससे उनके लिए पेरिस ओलंपिक के लिए शीर्ष 60 रैंकिंग में जगह बनाना पाना मुश्कल होगा।


इस हफ्ते हीरो इंडिया ओपन में हिस्सा लेने वाले लाहिड़ी ने कहा कि इस पर अटकलें लगाने का कोई मतलब नहीं है कि अगर ऐसा होगा या वैसा होगा तो। वास्तविकता यही है। इसी ढांचे के अनुसार आपको क्वालीफाई करने का तरीका ढूंढना होगा। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि ऐसी स्थिति भी हो सकती है कि जिसमें काफी अच्छे गोल्फर शीर्ष 10 में हो और वे अपने देश के लिए खेल सकते हो लेकिन वे पेरिस के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाएंगे।


लाहिड़ी ने कहा कि और शायद दुनिया को जगाने के लिए इसी की जरूरत है। उन्हें यह कहने के लिए कि हमें कुछ करने की दरकार है, इसी की जरूरत है। इसे देखने के कई तरीके हो सकते हैं। लाहिड़ी को एशियाई टूर से और इंडियन ओपन से रैंकिंग अंक जुटाने होंगे जो वे ‘लिव गोल्फ' से हासिल नहीं कर सकते। वह इंडियन ओपन में 5 साल बाद वापसी कर रहे हैं।