नई दिल्ली : भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने मंगलवार को कहा कि दक्षिण अफ्रीका के मौजूदा दौरे पर टेस्ट श्रृंखला को जीतने के लिए उनकी टीम को किस्मत की भी थोड़ी जरूरत होगी। भारतीय टीम ने 1992 में पहली बार दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था। टीम हालांकि पिछले 31 साल में उस देश में आठ टेस्ट श्रृंखला में से एक को भी जीतने में सफल नहीं रही है। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में सफलता का स्वाद चख चुकी भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका में 23 टेस्ट में सिर्फ चार जीत दर्ज की हैं।
द्रविड़ ने कहा, ‘हम कई बार करीब आए हैं और हमने यहां कुछ अच्छी क्रिकेट खेली है। हम कुछ अहम पलों में अपना दबदबा बनाये रखने में सफल नहीं रहे। हमें कई बार ऐसा लगा कि अगर टीम ने यहां 40-50 रन और बनाए होते तो और अधिक चुनौती पेश कर सकते थे।' इस पूर्व महान बल्लेबाज ने कहा कि दो साल पहले पिछले दौरे पर जिस तरह से भारत ने गेंदबाजी की थी, उससे टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा। भारतीय टीम पिछले दौरे पर 1-0 की बढ़त बनाने के बाद 1-2 से श्रृंखला गंवा बैठी थी।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमने पिछले दौरे पर काफी अच्छी गेंदबाजी की थी। इससे हमारा आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा कि हमारी गेंदबाजी आक्रमण के पास इन परिस्थितियों में 20 विकेट लेने की क्षमता है।' द्रविड़ ने कहा, ‘इन परिस्थितियों में आपको थोड़े से भाग्य की भी जरूरत होती है, बहुत सारे मौके होते हैं जो आपके हाथ से निकल जाते हैं। कई बार ऐसा होता है जब गेंद बल्ले के बेहद करीब से निकल जाती है। आप चाहते हैं कि आपको किस्मत का साथ मिले और गेंद प्रतिद्वंद्वी टीम के बल्लेबाजों के बल्ले का किनारा लेकर निकले।'
द्रविड़ ने कहा, ‘भाग्य का साथ भी हालांकि तभी मिल सकता है जब आप अपने कौशल का अच्छा इस्तेमाल कर यह सुनिश्चित करते हैं कि आप गेंद को सही क्षेत्र में डाल रहे हैं। जब आवश्यक हो तो आप अपना अनुशासन और धैर्य बनाए रखते हैं।' भारतीय कोच ने पदार्पण कर रहे तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘प्रसिद्ध अच्छा गेंदबाज है लेकिन हमें यथार्थवादी होना होगा कि यह उसका पहला टेस्ट मैच है। कई कारणों से उनके पास प्रथम श्रेणी क्रिकेट का अधिक अनुभव नहीं है। मुझे उम्मीद है कि वह अच्छा प्रदर्शन करेगा और खेल का लुत्फ उठाएगा। यह बहुत ही प्यारा पल होता है जब हम किसी को नई कैप (पदार्पण का मौका) देते हैं।