स्पोटर्स डेस्क (अतुल वर्मा): ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी-20 में गेंदबाजी और बल्लेबाजी में फ्लॉप शो दिखाकर क्रिकेट फैन्स की नाराजगी झेल चुके क्रुणाल पांड्या अब ट्रैक पर लौटे हैं और उन्होंने तीसरे टी-20 में फैन्स की उम्मीदों के मुताबिक ना केवल उम्दा गेंदबाजी की, बल्कि टीम की उम्मीदों पर भी खरा उतरते हुए साल 1991 में रवि शास्त्री के रिकॉर्ड स्पैल की याद भी ताजा कर दी। इसी के साथ ही क्रुणाल ने एक बेहद जबरदस्त रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है।
कंगारूओं की धरती पर टी-20 में सर्वाधिक विकेट झटकने वाले पहले भारतीय
तीसरे टी-20 में क्रुणाल ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए ना केवल ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को एक-एक कर पवैलियन की राह दिखाई, बल्कि उन्होंने अपने 4 ओवर में 36 रन देकर सर्वाधिक 4 विकेट झटकते हुए टी-20 में एक शानदार रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।
इस सर्वश्रेष्ठ आंकड़े के साथ क्रुणाल लंबी छलांग लगाते हुए सूची में अब सबसे ऊपर आ पहुंचे हैं और कंगारूओं की धरती पर एक टी-20 में सबसे ज्यादा विकेट झटकने वाले दुनिया और भारत के पहले स्पिनर बन गए हैं। अपने बेहतरीन स्पैल के साथ ही क्रुणाल ने अपने हमवतन जडेजा और कुलदीप यादव को भी इस सूची में पीछे छोड़ दिया है
क्रुणाल पांड्या ने दिला दी रवि शास्त्री के रिकॉर्ड स्पैल की याद
तीसरे टी-20 में अपनी दमदार बॉलिंग का नजारा दिखाते हुए क्रुणाल ने अपने हेड कोच रवि शास्त्री के साल 1981 के सर्वश्रेष्ठ बॉलिंग स्पैल की भी याद ताजा करवा दी। बता दें कि 8 दिसंबर 1991 को रवि शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्हीं की धरती पर वनडे में शानदार गेंदबाजी करते हुए एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया था, जिसे अब तक कोई भी तोड़ नहीं पाया है। उन्होंने 6.5 ओवर में 15 रन देकर 5 विकेट झटके थे और ये वनडे में कंगारूओं की धरती पर अब तक का सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा है।
तीसरे टी-20 में मैक्सवेल को महज 13 रन पर किया चलता
पहले टी-20 में लगातार 3 गेंदों पर मैक्सवेल से 3 छक्के खाकर सोशल मीडिया पर फैन्स की नाराजगी झेलने वाले क्रुणाल ने तीसरे टी-20 मैच में हिसाब बराबर कर दिया। उन्होंने मैक्सवेल को फिर चौकों-छक्कों की बरसात नहीं करने दी और उनको तूफानी बल्लेबाजी करने देने से पहले ही उनकी पारी पर फुल स्टॉप लगाकर उन्हें महज 13 रन के स्कोर पर ही आउट कर पवैलियन के लिए चलता कर दिया।