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नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि यह ‘बेहद शर्मनाक' है कि महिला पहलवानों ने जिन लोगों पर यौन शोषण का आरोप लगाया है उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक तथा विश्व चैम्पियनशिप की पदक विजेता विनेश फोगाट सहित कई जाने-माने भारतीय पहलवान पिछले दो दिनों से यहां जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे हैं। 

हरियाणा के मिनिस्टर से लेकर WFI के अध्यक्ष तक पर गंभीर आरोप लगे, लेकिन ना इस्तीफ़े हुए, ना कार्रवाई। देश की महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा के मसले पर इनकी पार्टी और सरकार अपने नेताओं को बचाने में लगी हैं। ये बेहद शर्मनाक है।

— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 20, 2023

उन्होंने बृजभूषण पर यौन शोषण और डराने-धमकाने का आरोप लगाया है। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘हरियाणा के मंत्री से लेकर डब्ल्यूएआई के अध्यक्ष तक, सभी पर गंभीर आरोप लगे, लेकिन ना इस्तीफे हुए, ना कार्रवाई। देश की महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा के मसले पर इनकी पार्टी और सरकार अपने नेताओं को बचाने में लगी हैं। ये बेहद शर्मनाक है।''

पहलवानों की मांग, जांच के लिए जांच समिति का गठन हो 

विरोध कर रहे पहलवानों ने शुक्रवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) से भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए जांच समिति के गठन की मांग की। इससे एक दिन पहले पहलवानों ने इस खेल प्रशासक के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दी थी। आईओए अध्यक्ष पीटी उषा को लिखे पत्र में पहलवानों ने कहा कि उनके कई युवा साथियों ने उन्हें बृज भूषण शरण सिंह के हाथों यौन उत्पीड़न का सामना करने के बारे में सूचित किया है। 

इस पत्र पर पांच पहलवानों के हस्ताक्षर हैं जिसमें तोक्यो ओलंपिक के पदक विजेता रवि दहिया और बजरंग पूनिया भी शामिल हैं। रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता विनेश फोगाट और दीपक पूनिया ने भी इस पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। पहलवानों ने अपनी मांग दोहराई है कि डब्ल्यूएफआई को भंग किया जाए और उसके अध्यक्ष को बर्खास्त किया जाए। उन्होंने साथ ही मांग की कि पहलवानों के साथ सलाह-मशविरा करके राष्ट्रीय महासंघ के संचालन के लिए नई समिति का गठन किया जाए।