Edited By ,Updated: 12 Dec, 2015 06:51 PM
पाकिस्तान में जन्मे एक क्रिकेटर पर कथित तौर पर नस्ली टिप्पणी करने वाले समरसेट के गेंदबाज के खिलाफ इंग्लैंड में कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठी है।
लंदन: पाकिस्तान में जन्मे एक क्रिकेटर पर कथित तौर पर नस्ली टिप्पणी करने वाले समरसेट के गेंदबाज के खिलाफ इंग्लैंड में कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठी है। नस्लभेद के खिलाफ अभियान चलाने वाले संगठनों ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड से मैदान में की गई इस टिप्पणी पर सख्त कदम उठाने को कहा है।
गौरतलब है कि समरसेट के गेंदबाज क्रेग ओवरटन ने सितंबर में होवे में इंग्लिश काउंटी चैंपियनशिप मैच के दौरान पाकिस्तान में जन्मे अपने प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी अशहार जैदी को कथित तौर पर कहा था, 'अपने बकवास देश वापस चले जाओ।'
इस टिप्पणी के लिये उन्हें लेवल एक के उल्लंघन का दोषी पाया गया और उन पर दो मैच का प्रतिबंध लगाया गया। अंपायर अलेक्स वार्फ और ससेक्स के नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज माइकल यार्डी ने कहा कि उन्होंने 34 वर्षीय स्पिनर के लिये ओवरटन के मुंह से अपशब्द सुने थे।
रिपोर्ट के अनुसार वार्फ ने इसे अपनी रिपोर्ट में शामिल किया था जबकि यार्डी ने इसके पक्ष में लिखित बयान दिया था। ब्रिटिश पासपोर्ट पर ससेक्स की तरफ से खेल रहे जैदी ने मैच अधिकारियों से कहा कि उन्होंने औपचारिक टिप्पणी के अलावा कुछ नहीं सुना और वह इससे परेशान नहीं हैं।
ओवरटन ने भी कहा कि उन्होंने ऐसी टिप्पणी नहीं की थी लेकिन किक इट आउट संस्था के चेयरमैन लार्ड हर्मन ओसले का मानना है कि ईसीबी की स्वतंत्र संस्था क्रिकेट अनुशासन आयोग (सीडीसी) की ओर से दी गई सजा पर्याप्त नहीं है।
उन्होंने गार्डियन से कहा, 'यह अपशब्द या दुव्र्यवहार ही नहीं है। यह वास्तव में नस्ली व्यवहार है। मेरा मानना है कि यदि यह फुटबॉल होता तो उस व्यक्ति को कड़ी सजा मिलती। यदि क्रिकेट को अपनी विश्वसनीयता बनाये रखनी है तो उसे यह सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह की हरकतों को सहन नहीं किया जाएगा।ज्