Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Oct, 2017 06:24 PM
माली के कोच जोनास कोमला ने फीफा अंडर-17 विश्व कप में अगली बार से गोललाइन तकनीक की वकालत करते हुए कहा कि इसके नहीं होने के कारण उनकी टीम को सेमीफाइनल मुकाबले में स्पेन से शिकस्त झेलनी पड़ी। कोमला ने तीसरे स्थान के लिये ब्राजील के खिलाफ होने वाले...
कोलकाता: माली के कोच जोनास कोमला ने फीफा अंडर-17 विश्व कप में अगली बार से गोललाइन तकनीक की वकालत करते हुए कहा कि इसके नहीं होने के कारण उनकी टीम को सेमीफाइनल मुकाबले में स्पेन से शिकस्त झेलनी पड़ी। कोमला ने तीसरे स्थान के लिये ब्राजील के खिलाफ होने वाले प्लेआफ मुकाबले की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘अगर फीफा अगले अंडर-17 विश्व कप में गोललाइन तकनीक को लागू करे तो यह अच्छा होगा। इससे किसी भी टीम को नुकसान नहीं होगा।’’
सेमीफाइनल में स्पेन ने माली पर पूरी तरह हावी रही लेकिन मैच में सबसे ज्यादा चर्चा माली के खिलाड़ी चेइचक डोकोउरे के उस गोल की रही जिसे रेफरी ने अस्वीकृत कर दिया। मैच के 61वें मिनट में रेफरी ने उनके गोल को उस समय अस्वीकृत किया जब टीम 0-2 से पिछड़ रही थी। टीवी रीप्ले में साफ दिख रहा था की स्पेन के गोलकीपर गेंद पकडऩे में नाकाम रहे और गेंद गोलपोस्ट में चली गई लेकिन रेफरी ने उसे अस्वीकृत कर दिया।
हालांकि कोमला ने रेफरी की अलोचना नहीं करते हुए कहा, ‘‘ रेफरी भी इंसान है उनसे गलतियां हो सकती है लेकिन स्पेन ने अच्छा खेल दिखाया और ज्यादा गोल किए। अगर अगली बार से यह तकनीक रहता है तो दोनों टीमों को फायदा होगा।’’