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नई दिल्ली : इसे खिलाड़ी की नहीं बल्कि खेल के प्रति विश्वास की ही जीत कहेंगे। यूक्रेन में हुई वेलेरिया डेमयानोवा मेमोरियल इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भारतीय मुक्केबाजों की टीम ने चार स्वर्ण, तीन सिल्वर और एक कांस्य पदक जीत लिए है। इनमें सबसे ज्यादा चर्चित 15 साल की झलक तोमर है। झलक ने 54 किलोग्राम वर्ग में स्लिवर जीता है। यह वो ही झलक है जिनका टूर्नामेंट में जाने से पहले पासपोर्ट तक नहीं बना था। वह यूक्रेन में होने जा रही प्रतियोगिता के लिए जाना चाहती है लेकिन पासपोर्ट न मिलने के कारण वह निराश थी। इस दौरान झलक की पासपोर्ट के आवेदन की एक फोटो भी सोशल मीडिया में खूब चर्चा में रही थी। इस बीच मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वरज ने दखल दिया। झलक का पासपोर्ट बनवाया गया। साथ ही विदेश मंत्री ने खिलाडिय़ों से वादा भी लिया कि वापस पदक लेेकर ही आएंगे। भारतीय मुक्केबाजों ने विदेश मंत्री के वादे को पूरा भी किया।
झलक के आलावा देश के लिए छह अन्य खिलाडिय़ों ने भी पदक जीता है जिसमें चार गोल्ड हैं। शनिवार को यूक्रेन के शहर नदविरना में रखी गई प्रतियोगिता में सभी भारतीय खिलाडिय़ों ने उम्दा प्रदर्शन करके दिखाया। भारतीय मुक्केबाजों का दावा है कि उन्होंने देश के लिए चार स्वर्ण, तीन सिल्वर और एक कांस्य पदक जीता  है। वैसे तो सभी भारतीय खिलाडिय़ों ने पदक जीता है लेकिन यह कहा जा सकता है कि सबसे बड़ी उपलब्धि झलक ने प्राप्त की है।

खेल मंत्री राजवर्धन सिंह राठौर ने झलक की फोटो शेयर करते विदेश मंत्री का धन्यवाद किया है। तस्वीर में झलक मुक्केबाजी प्रतियोगिता में जीता सिल्वर पदक लेते हुए नजर आ रही हैं।