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नई दिल्लीः एमिलियानो एल्फारो ने पेनल्टी पर दो गोल दागते हुए हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल ) के अपने अंतिम लीग मैच में मेजबान दिल्ली डायनामोज को 2-2 से बराबरी पर रोक दिया। दूसरी ओर, दिल्ली ने पिछले छह मैचों में अजेय रहते हुए टूर्नामेंट से विदाई ली। शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले के साथ पुणे ने 30 अंकों के साथ लीग स्तर की समाप्ति की। वह पहले ही सेमीफाइनल में पहुंच चुका है। वह अंक तालिका में दूसरे स्थान पर है लेकिन सेमीफाइनल में वह इसी स्थान पर रहते हुए प्रवेश करेगा या नहीं, इस बात का फैसला चेन्नई और गोवा के मुकाबलों प निर्भर करता है। दूसरी ओर, दिल्ली ने 18 मैचों से 19 अंक लेकर लीग स्तर की समाप्ति की। वह इसी स्थान पर बना रहेगा।  

दिल्ली की 34वें मिनट में किए गए गोल की मदद से 2-1 की बढ़त
इस मैच से दिल्ली तीन अंक हासिल करता हुआ दिख रहा था लेकिन 86वें मिनट में एल्फारो ने पेनाल्टी पर गोल कर स्कोर 2-2 कर दिया। दिल्ली की टीम ने 34वें मिनट में किए गए गोल की मदद से 2-1 की बढ़त हासिल कर ली थी। दिल्ली के लिए मैच का पहला गोल कप्तान कालू उचे ने 10वें मिनट में किया था। उचे ने ही दूसरा गोल भी किया। इसके बाद एल्फारो ने 13वें मिनट में पेनाल्टी पर गोल करके पुणे को बराबरी दिलाई और फिर 86वें मिनट में गोल कर उसे हार से बचाया। पहला हाफ बड़ा नाटकीय रहा। दूसरे ही मिनट में पुणे के साहिल पंवार को पीला कार्ड दिखाया गया और फिर मेजबान टीम ने नौवें मिनट में हासिल पेनाल्टी पर 10वें मिनट में गोल करते हुए बढ़त हासिल की। उसके लिए यह गोल कप्तान कालू उचे ने किया। दिल्ली को यह पेनाल्टी आशिक कुरुनियन द्वारा लालियानजुआला चांग्ते को पेनाल्टी बाक्स में गिराए जाने के कारण मिला। उचे ने बिना कोई गलती किए अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया। 

कप्तान उचे का यह इस सीजन का 13वां गोल
दिल्ली की टीम अभी इस गोल की खुशी ठीक से मना भी नहीं पाई थी कि मेहमान टीम ने 12वें मिनट में दिल्ली के खिलाड़ी सिमरनजीत सिंह की गलती के कारण पेनाल्टी हासिल कर लिया। सिंह ने मार्को स्टैनकोविक द्वारा लिए गए कार्नर पर हेडर लेने का प्रयास कर रहे रफाएल लोपेज के खिलाफ गलत टैकल किया। इस पर एमिलियानो एल्फोरा ने बिना कोई गलती किए 13वें मिनट में गोल करते हुए अपनी टीम को 1-1 की बराबरी दिला दी। दिल्ली ने 26वें और 27वें मिनट में दो अच्छे मूव बनाए लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। 32वें मिनट में दिल्ली के पाउलिन्हो डियास को पीला कार्ड मिला लेकिन इससे टीम के मनोबल पर कोई असर नहीं पड़ा और उसने 34वें मिनट में कप्तान उचे द्वारा किए गए गोल की मदद से 2-1 की बढ़त हासिल कर ली। कप्तान का यह इस सीजन का 13वां गोल है। दिल्ली का दूसरा गोल पुणे के लिए काफी दुर्भाग्यपूर्ण रहा। गोलकीपर विशाल कैथ ने लोपेज को पास दिया लेकिन आगे जाने के प्रयास में वह फिसल गए। नंदकुमार सेकर ने इस देखा और गेंद की ओर लपके। गेंद अपने कब्जे में लेकर वह बाक्स में घुसे। कैथ उनके सामने पहुंचे लेकिन सेकर ने बड़ी चालाकी से उचे को पास दिया और उचे ने उसे गोल में तब्दील कर दिया। 

दिल्ली के सिमरनजीत सिंह को मिला पीला कार्ड
39वें मिनट में दिल्ली के सिमरनजीत सिंह को पीला कार्ड मिला। इससे बेखबर सिमरनजीत ने हालांकि सेकर के पास पर 42वें मिनट में एक शानदार मूव बनाया और एक जोरजार किक पुणे की पोस्ट की ओर रवाना किया लेकिन वह क्रासबार से टकराकर रह गई। इस तरह डेब्यू पर सिंह का गोल करने का यह प्रयास दम तोड़ गया। दूसरे हाफ की शुरुआत में पुणे के गोलकीपर कैथ ने दिल्ली के दो अच्छे हमले नाकाम किए। पहला हमला 54वें और दूसरा 57वें मिनट में हुआ था। 63वें मिनट में पुणे ने एक अच्छा प्रयास किया। आशिक ने मार्को को एक अच्छा पास दिया, जिस पर उन्होंने गोल करने की कोशिश की लेकिन उनके शोट में दम नहीं था। गोली ने उसे रोक दिया लेकिन गेंद एल्फारो के पास पहुंच गई और उन्होंने एक तगड़ा शोट पोस्ट की ओर रवाना किया। सिमरनजीत ने हालांकि बीच में आकर शाट ब्लाक कर दिया। 

पुणे के लिए निराशा के पल
ऐसा लग रहा था कि पुणे को अपने अंतिम लीग मैच में हार का सामना करना पड़ेगा लेकिन तभी मोहम्मद धोत ने एल्फारो को बाक्स में गिराने की एक एसी गलती की जिसके लिए कोई माफी नहीं है। रेफरी ने 84वें मिनट में धोत द्वारा की गई इस गलती के लिए पेनाल्टी दिया और एल्फारो ने उसे 86वें मिनट में गोल में बदलकर अपनी टीम को 2-2 की बराबरी दिला दी। अब तक बेंगलुरू एफसी, पुणे और चेन्नई की टीमें प्लेआफ के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं जबकि अंतिम स्थान की जंग एफसी गोवा और जमशेदपुर एफसी के बीच होगा। जो जीतेगा, वह आगे जाएगा लेकिन ड्रा की सूरत में गोवा को आगे का टिकट मिलेगा। शेष टीमों को अगले सीजन में खिताब की जंग फिर से शुरू करनी होगी।