Sports

नई दिल्ली : शीर्ष भारतीय पहलवानों की केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ गुरुवार रात हुई बैठक बेनतीजा रही क्योंकि उन्होंने सरकार के भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को तुरंत भंग करने की अपनी मांग से पीछे हटने से इनकार कर दिया। 

WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध के दूसरे दिन गुरुवार को रात करीब 10 बजे मैराथन बैठक शुरू हुई। पहलवान रात एक बजकर 45 मिनट पर ठाकुर के घर से निकले और बाहर इंतजार कर रहे पत्रकारों से बात नहीं की। ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, रवि दहिया, साक्षी मलिक और विश्व चैम्पियनशिप की पदक विजेता विनेश फोगाट बैठक का हिस्सा थे। 

सरकारी अधिकारियों और विरोध कर रहे पहलवानों के बीच पूर्व में हुई बैठक बेनतीजा रहने के बाद ठाकुर हिमाचल प्रदेश से दिल्ली पहुंचे। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक पहलवान शुक्रवार को फिर से खेल मंत्री से मिलेंगे। मंत्रालय बृजभूषण शरण सिंह को तब तक इस्तीफा देने के लिए मजबूर नहीं कर सकता जब तक कि उसे WFI से लिखित जवाब नहीं मिल जाता क्योंकि सरकार ने खुद कुश्ती संघ से स्पष्टीकरण मांगा है। 

WFI ने अभी तक खेल मंत्रालय को जवाब नहीं दिया है जिसने बुधवार को कुश्ती संघ को कई महिला खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न और उसके अध्यक्ष द्वारा डराने-धमकाने के आरोपों का जवाब देने के लिए 72 घंटे का समय दिया था। सूत्रों के मुताबिक सरकार चाहती है कि पहलवान अपना विरोध-प्रदर्शन खत्म करें लेकिन खिलाड़ी इस बात पर अड़े हैं कि पहले डब्ल्यूएफआई को भंग किया जाए। 

पहलवानों के एक करीबी सूत्र ने कहा, ‘सरकार अन्य मुद्दों को बाद में सुलझा सकती है। हमें इसमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन उसे पहले WFI को भंग करना चाहिए।' बजरंग, विनेश, अंशु मलिक, साक्षी और उनके पति सत्यव्रत कादियान सहित पहलवानों की एक टीम ने गुरुवार को सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की और खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी और भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के महानिदेशक संदीप प्रधान के साथ अपने मसलों पर चर्चा की। घंटे भर चली बैठक के दौरान पहलवानों से अपना विरोध खत्म करने को कहा गया और आश्वासन दिया गया कि उनकी शिकायतों का समाधान किया जाएगा। गतिरोध तोड़ने के लिए पूर्व पहलवान और भारतीय जनता पार्टी नेता बबीता फोगाट भी बैठक का हिस्सा थीं।