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मुंबई : महिलाओं की प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) में 1.30 करोड़ रुपए में बिकी वृंदा दिनेश ने कहा कि वह नीलामी के बाद इतनी अभिभूत और भावुक थीं कि अपनी मां को फोन करने का साहस नहीं जुटा पाईं। 22 साल की वृंदा शनिवार को डब्ल्यूपीएल की नीलामी में दूसरी सबसे ज्यादा राशि में बिकने वाली ‘अनकैप्ड' (जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला हो) भारतीय खिलाड़ी बन गईं। 

काशवी गौतम को गुजरात जायंट्स ने दो करोड़ रुपए में खरीदा था। यूपी वारियर्स ने जब कर्नाटक की इस बल्लेबाज को खरीदा तो उन्होंने रायपुर से बेंगलुरु में अपनी मां को वीडियो कॉल नहीं की क्योंकि वह जानती थीं कि वो अपनी भावनाओं को काबू नहीं कर पायेंगी। वृंदा ने शनिवार को यूपी वारियर्स द्वारा करायी गई बातचीत के दौरान कहा, ‘मुझे लगता है कि उनकी (मां) आंखों में आंसू थे। मैंने वीडियो कॉल नहीं की थी क्योंकि मैं उनकी आंखों में आंसू नहीं देख सकती थी। मैंने सिर्फ उन्हें फोन किया।' 

यह पूछने पर कि वह इस राशि का क्या करेंगी तो वृंदा ने पहले ही योजना बनायी हुई थी। उन्होंने कहा, ‘मैं जानती थी कि वे अभिभूत थे। वे मेरे लिए बहुत खुश थे। मैं उन्हें गौरवान्वित करना चाहती हूं। मैं अपने माता-पिता को वो कार दूंगी जिसका उन्होंने हमेशा सपना देखा। इस समय मेरा पहला लक्ष्य यही है और बाद में देखेंगे।' वृंदा अभी महिलाओं की अंडर-23 टी20 ट्राफी की तैयारी के लिए रायपुर में हैं। 

काफी ज्यादा राशि में बिकना अकसर खिलाड़ियों को दबाव में ला देता है जिससे उनका प्रदर्शन प्रभावित होता है तो इस पर वृंदा ने कहा, ‘इस राशि में बिकना मेरे हाथ में नहीं है। मुझे चुना गया है और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहती हूं। मुझे नहीं लगता कि इस राशि से ज्यादा अंतर पड़ेगा क्योंकि आखिरकार मैं यहां खेलने के लिये हूं और खेल का लुत्फ उठाने के लिए।' 

वृंदा ने कहा कि उनकी कई इच्छाएं हैं जिसमें से एक कप्तान एलिसा हीली के साथ पारी का आगाज करना है। उन्होंने कहा, ‘एलिसा हीली की कप्तानी में खेलना, तहलिया मैकग्रा, डैनी वाट और सोफी एक्लेस्टोन का टीम में होना शानदार है जो महिला क्रिकेट की महान खिलाड़ी हैं। मैंने हमेशा उनके साथ खेलने के बारे में सोचा था लेकिन कभी नहीं सोचा था कि यह मेरे साथ होगा।'