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नई दिल्ली : भारत के पूर्व कोच और कॉमेंटेटर रवि शास्त्री इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप के लिए भारतीय टीम में दो वामहस्त बल्लेबाजों को देखना चाहते हैं। शास्त्री ने द वीक पत्रिका को दिये गये साक्षात्कार में कहा, ‘‘आपको सही संतुलन ढूंढने की जरूरत है। क्या आपको लगता है कि एक बाएं हाथ का खिलाड़ी शीर्ष क्रम में अंतर पैदा करेगा? जरूरी नहीं कि वह ओपनर ही हो, बल्कि शीर्ष तीन या चार में से भी कोई हो सकता है। आपको उन सभी विकल्पों पर विचार करना होगा। मैं शीर्ष छह में दो बाएं हाथ के खिलाड़ियों को देखना चाहूंगा।'' 

कार दुर्घटना में घायल होने के कारण इस साल ऋषभ पंत के कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेलने से भारत ने वनडे क्रिकेट में एक प्रमुख बाएं हाथ का खिलाड़ी खो दिया है। टीम प्रबंधन ने कई मौकों पर ईशान किशन को मौका दिया है। रवींद्र जडेजा एक और विकल्प हैं लेकिन उन्हें शीर्ष छह में बल्लेबाजी करने का ज्यादा अनुभव नहीं है। यशस्वी जयसवाल को वेस्टइंडीज सीरीज के लिये भारत की टेस्ट टीम में जगह मिली, लेकिन एकदिवसीय स्क्वाड से उनका नाम गायब रहा। शास्त्री ने कहा, ‘‘आपके पास ईशान किशन हैं। विकेटकीपिंग विभाग में, आपके पास संजू (सैमसन) हैं, लेकिन बाएं हाथ के बल्लेबाजों में, आपके पास यशस्वी जायसवाल, तिलक वर्मा हैं। हमारे पास बाएं हाथ की पर्याप्त प्रतिभा है जो इस समय किसी भी वरिष्ठ खिलाड़ी की जगह ले सकती है।'' 

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संजू सैमसन की भी तारीफ की

शास्त्री ने इस अवसर पर संजू सैमसन की भी तारीफ की और कहा कि वह अभी तक अपनी पूरी प्रतिभा का प्रयोग नहीं कर सके हैं। शास्त्री ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि संजू सैमसन) है, जिसे अभी तक अपनी क्षमता का एहसास नहीं हुआ है। वह एक मैच जिताऊ खिलाड़ी है। अगर वह अपना करियर अच्छे प्रदर्शन के साथ समाप्त नहीं करता है तो मुझे निराशा होगी। यह जैसे जब मैं कोच था, तब मुझे निराशा होती अगर रोहित शर्मा नियमित टेस्ट खिलाड़ी के रूप में मेरी टीम में नहीं खेलते। इसलिए, वह बल्लेबाजी की शुरुआत करते हैं। मैं संजू के साथ भी ऐसा ही महसूस करता हूं।'' 

विश्व कप की ओर बढ़ते हुए शास्त्री ने सुझाव दिया कि खिलाड़ियों के चोटग्रस्त होने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए भारतीय टीम प्रबंधन को 15-20 खिलाड़ियों का एक समूह तैयार करना चाहिये। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास बहुत सारे युवा खिलाड़ी हैं। जायसवाल, तिलक वर्मा, नेहाल वढेरा। वहां साई सुदर्शन हैं, जिन्होंने (आईपीएल) फाइनल में बहुत अच्छा खेला। जितेश शर्मा हैं। गेंदबाजों में, युवा तेज गेंदबाजों की एक फौज है। नाम अभी मेरे दिमाग में नहीं आ रहे हैं। लेकिन, कम से कम चार या पांच ऐसे हैं जिन्हें उस 135-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के आसपास तैयार किया जा सकता है। इसलिए मैं सफेद गेंद में प्रतिभा के बारे में चिंतित नहीं हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘इन दिनों आप देख सकते हैं खिलाड़ियों को बहुत चोटें लग रही हैं। मुझे हमेशा 15-20 (खिलाड़ियों) का समूह पसंद है। आपको हमेशा तैयार रहना चाहिए, आपके पास प्लान बी, प्लान सी होना चाहिए।''