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नई दिल्ली : देश के विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार से शुरू होने वाली रणजी ट्रॉफी क्रिकेट प्रतियोगिता में जहां नए खिलाड़ी अपना प्रभाव छोड़ने की कोशिश करेंगे वहीं कुछ पुराने खिलाड़ी अपनी खोई प्रतिष्ठा हासिल करने के लिए जीजान लगाएंगे। भारत की टेस्ट टीम में बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभाग में खिलाड़ी लगभग तय हैं ऐसे में देश की प्रमुख क्रिकेट प्रतियोगिता में कोई असाधारण प्रदर्शन ही चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित कर पाएगा। 

इंग्लैंड के खिलाफ इस महीने के आखिर में शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में बहुत अधिक बदलाव होने की संभावना नहीं है। इसके बाद भारतीय खिलाड़ी सीमित ओवरों की क्रिकेट में ही व्यस्त रहेंगे जिसमें आईपीएल और जून में होने वाला टी20 विश्व कप भी शामिल है। रणजी ट्रॉफी में सभी की निगाह अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा पर टिकी रहेगी जो अभी भारतीय टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं। यह दोनों खिलाड़ी बड़े स्कोर बनाकर अपनी दावेदारी बरकरार रखने की कोशिश करेंगे। 

रहाणे 41 बार के चैंपियन मुंबई की अगुवाई भी करेंगे। इसी तरह से पिछले सत्र में सर्वाधिक 990 रन बनाने वाले कर्नाटक के मयंक अग्रवाल भी बड़ी पारियां खेल कर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए अपना दावा मजबूत करने की कोशिश करेंगे। अभी रोहित शर्मा के साथ युवा यशस्वी जायसवाल टेस्ट क्रिकेट में भारत की तरफ से पारी का आगाज कर रहे हैं। टीम में सलामी बल्लेबाज के दावेदारों में अग्रवाल के अलावा अभिमन्यु ईश्वरन भी शामिल हैं जो रुतुराज गायकवाड़ के चोटिल होने के कारण अभी टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका में है। 

इस तरह से ईश्वरन रणजी ट्रॉफी के पहले दौर के मैच में नहीं खेल पाएंगे। इनके अलावा कई युवा खिलाड़ी हैं जो अपना प्रभाव छोड़ने के लिए बेताब है। इनमें मुंबई के सरफराज खान भी शामिल हैं जो पिछले कुछ सत्र में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे। मोहम्मद शमी के चोटिल होने के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में भारतीय तेज गेंदबाजी की कमजोरी भी सामने आई क्योंकि टीम में उनकी जगह लेने वाले प्रसिद्ध कृष्णा अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए। 

इसके बाद तेज गेंदबाजी की ‘बेंच स्ट्रेंथ' को मजबूत करने की चर्चा चल रही है। ऐसी परिस्थितियों में कर्नाटक के विद्युत कावेरप्पा, वैसाख विजयकुमार, गुजरात के अर्ज़न नागवासवाला और बंगाल के इशान पोरेल जैसे युवा तेज गेंदबाज अपना प्रभाव छोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इन युवा तेज गेंदबाजों के अलावा सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट भी अपना दावा मजबूत करने की कोशिश करेंगे। जहां तक स्पिनरों की बात है तो राजस्थान के 21 वर्ष के बाएं हाथ के स्पिनर मानव सुतार पर निगाह टिकी रहेंगी जिन्होंने पिछले सत्र में आठ मैच में 44 विकेट लिए थे। 

रणजी ट्रॉफी में खेलने वाली टीमें और उनके ग्रुप इस प्रकार हैं : 

एलीट ग्रुप ए : सौराष्ट्र, झारखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान, विदर्भ, हरियाणा, सर्विसेज, मणिपुर। 
एलीट ग्रुप बी : बंगाल, आंध्र, मुंबई, केरल, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, असम, बिहार। 
एलीट ग्रुप सी : कर्नाटक, पंजाब, रेलवे, तमिलनाडु, गोवा, गुजरात, त्रिपुरा, चंडीगढ़। 
एलीट ग्रुप डी : मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बड़ौदा, दिल्ली, ओडिशा, पांडिचेरी, जम्मू और कश्मीर। 
प्लेट ग्रुप : नागालैंड, हैदराबाद, मेघालय, सिक्किम, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश। 

समय : सुबह 9.30 बजे शुरू से।