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नई दिल्ली : सातवें सत्र में प्रवेश करने जा रही प्रो कबड्डी लीग को टक्कर देने अब एक नई लीग इंडो इंटरनेशनल प्रीमियर कबड्डी लीग (आईआईपीकेएल) मैदान में आ गयी है और इसकी शुरुआत 13 मई से पुणे में होगी। प्रो कबड्डी लीग के सातवें सत्र के लिए खिलाडिय़ों की दो दिन की नीलामी मंगलवार को मुंबई में समाप्त हुई थी और इसके अगले दिन बुधवार को दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आईआईपीकेएल के पहले संस्करण का एलान कर दिया गया जो 13 मई से चार जून तक चलेगा।  

दिलचस्प बात है कि प्रो कबड्डी लीग का सातवां संस्करण 19 जुलाई से 9 अक्टूबर तक होगा। इससे पहले आईआईपीकेएल के पहले सत्र का आयोजन 13 मई से चार जून तक पुणे, मैसूरु और बेंगलुरु में होगा जिसमें कुल आठ टीमें हिस्सा लेंगी और कुल 44 मैच खेले जाएंगे। इसमें आठ टीमों के 160 खिलाड़ी शिरकत करेंगे। इनमें 16 विदेशी खिलाड़ी होंगे। नयी लीग एशियाई खेलों के फॉर्मेट में खेली जायेगी। नई लीग के आने का निश्चित रूप से असर प्रो कबड्डी की लोकप्रियता पर पड़ेगा। आईआईपीकेएल का प्रसारण खेल चैनल डीस्पोर्ट पर किया जाएगा जबकि प्रो कबड्डी का प्रसारण स्टार स्पोर्ट्स खेल चैनल पर किया जाता है। यानी प्रसारण के मामले में भी नयी कबड्डी लीग प्रो कबड्डी को टक्कर देने की पूरी तैयारी में है। 

प्रो कबड्डी में जहां खिलाडिय़ों की नीलामी की गयी, वहीं नयी लीग में खिलाडिय़ों को पूर्व निर्धारित वेतन और पुरस्कार राशि देने के साथ-साथ राजस्व का 20 फीसदी हिस्सा भी दिया जाएगा जो क्रिकेट को छोड़कर अन्य किसी खेल लीग में नहीं होता है। आईआईपीकेएल के निदेशक रवि किरण ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंदर सहवाग की मौजूदगी में नयी लीग की घोषणा की। सहवाग ने आईआईपीकेएल के लोगो का अनावरण भी किया और कहा कि इस लीग से नयी प्रतिभाओं को सामने आने में मदद मिलेगी और भारत पिछले जकार्ता एशियाई खेलों में कबड्डी टीमों की नाकामी को पीछे छोड़ सकेगा।  

कबड्डी 2018 में दूसरा सर्वाधिक देखे जाने वाला खेल था और आयोजकों को पूरी उम्मीद है कि नयी लीग से इस खेल की लोकप्रियता में और इजाफा होगा। इस लीग के लिए 16 शहरों में ट्रायल हुए थे और 4000 खिलाडिय़ों ने अपना पंजीकरण कराया था। आईआईपीकेएल का पहला चरण पुणे में 13-21 मई तक और दूसरा चरण 24-29 मई तक मैसूरु में होगा जबकि प्लेऑफ और फाइनल 1-4 जून तक बेंगलुरु में खेले जाएंगे। लीग का सीधा प्रसारण डीस्पोर्ट (अंग्रेजी), एमटीवी एवं एमटीवी एचडीप्लस (हिंदी), डीडीस्पोर्ट (हिंदी) के अलावा कई क्षेत्रीय नेटवक्र्स पर भी होगा।  

कबड्डी लीग से जुडऩे पर सहवाग ने कहा कि उन्हें गत वर्ष जकार्ता एशियाई खेलों में भारत की पुरुष और महिला टीमों की हार का अफसोस हुआ था और तभी उन्होंने इस खेल से जुडऩे के बारे में फैसला किया था ताकि भारत का इस खेल में गौरव वापस लौटाया जा सके।  लीग के शुरुआती चरण में 20 मैच होंगे और ये मैच पुणे के बालेवाड़ी स्टेडियम में खेले जाएंगे। इसके बाद दूसरे चरण में 17 मैच होंगे और ये मैच मैसूर के चामुंडेई विहार स्टेडियम में होंगे। अंतिम चरण के मुकाबले एक जून से बेंगलुरू में होंगे और इसके तहत सात मुकाबले होंगे। इसमें ग्रैंड फिनाले भी शामिल है, जो चार जून को कांतिरवा स्टेडियम में होगा।   

लीग में कुल आठ टीमें बेंगलुरू राइनोज, चेन्नई चैलेंजर्स, दिलेर दिल्ली, तेलुगू बुल्स, पुणे प्राइड, हरियाणा हीरोज, मुंबई चे राजे और राजस्थान राजपूत्स हिस्सा ले रही हैं। हर टीम में दो विदेशी खिलाड़ी और एक मार्की खिलाड़ी शामिल होंगे। इसके अलावा हर टीम में पांच रेडर, सात डिफेंडर और तीन आलराउंडर होंगे। प्रत्येक टीम में एक कोच और एक फिजियो भी होगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नयी कबड्डी लीग के आने का पुरानी कबड्डी लीग की लोकप्रियता पर कितना असर पड़ेगा।