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हांगझोउ : भारत की अनुभवी भारोत्तोलक मीराबाई चानू एशियाई खेलों में शनिवार से यहां शुरू हो रही भारोत्तोलन प्रतियोगिता में जब चुनौती पेश करने के लिए उतरेंगी तो उन पर स्नैच वर्ग में 90 किग्रा का भार उठाने का दबाव होगा। 

मणिपुर की इस खिलाड़ी के लिए हालांकि इन खेलों में पोडियम स्थान हासिल करना आसान नहीं होगा। भारोत्तोलन में चीन, उत्तर कोरिया और थाईलैंड जैसे देशों का दबदबा रहा है। तोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता चानू 49 किग्रा भार वर्ग में दुनिया की शीर्ष खिलाड़ियों में शामिल रही है। वह हालांकि स्नैच वर्ग में 90 किग्रा का भार उठाने में संघर्ष कर रही है। 

क्लीन एवं जर्क में वह 119 किग्रा के साथ अब भी दुनिया की शीर्ष खिलाड़ियों में है लेकिन स्नैच में खराब प्रदर्शन से उनका कुल भार प्रभावित हो रहा है। स्नैच में चानू का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 88 किग्रा है। उनके भारवर्ग में सात खिलाड़ियों ने 90 किग्रा या उससे ज्यादा का भार उठाया है। इसमें से चीन की दो बार की विश्व चैंपियन जियांग हुइहुआ, उत्तर कोरिया की री सोंग गम और थाईलैंड की थान्याथोन सुकचारोएन एवं सुरोडचाना खंबाओ एशियाई खेलों में चुनौती पेश करेंगी। 

भारतीय टीम के मुख्य कोच विजय शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘हमारा लक्ष्य एशियाई खेलों में 90 किग्रा (स्नैच में) का आंकड़ा पार करना है। काफी समय हो गया है जब से हम उस बाधा को पार करने का प्रयास कर रहे हैं।' भारोत्तोलन में बिंदियारानी देवी महिलाओं की 55 किग्रा स्पर्धा में चुनौती पेश करेंगी।