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नई दिल्ली : गत चैम्पियन मीराबाई चानू के अलावा सतीश शिवलिंगम और वेंकट राहुल रेगाला जैसे सीनियर भारोत्तोलक विश्व चैम्पियनशिप में भाग नहीं लेंगे और उन्होंने अपने रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम को जारी रखने का फैसला किया है। विश्व चैम्पियनशिप उन 10 क्वालीफाइंग स्पर्धाओं में से एक है जिसमें से 2020 में जापान में होने वाले ओलंपिक का टिकट हासिल किया जा सकता है। राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा ने कहा- सीनियर खिलाडिय़ों को अप्रैल में हुए राष्ट्रमंडल खेलों के बाद विश्राम करने का समय नहीं मिला था। इन खेलों के बाद उन्हें रिहैबिलिटेशन शिविर में शामिल होना था लेकिन चीजें योजना के मुताबिक नहीं हुई।

एशियाई गेम्स में इस बार भारोत्तोलन में नहीं मिला मैडल
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उन्होंने कहा- कुछ भारोत्तोलक घर चले गए, कुछ कहीं और चले गए। खिलाडिय़ों ने इस दौरान एक महीना बर्बाद कर दिया। इसका नतीजा यह हुआ कि उनके शरीर को जो विश्राम चाहिए था वह नहीं मिला। इसी कारण एशियाई खेलों में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा जो हमारे लिए बड़ा झटका था। एशियाई खेलों में भारत इस बार भारोत्तोलन में एक भी पदक जीतने में नाकाम रहा। अजय सिंह और सतीश पुरुषों के 77 किग्रा वर्ग में क्रमश: पांचवें और 10 वें स्थान पर रहे और सतीश ने बाद में अपने एक प्रयास में खुद को घायल कर लिया। महिला वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली राखी हलधर (63 किग्रा) इकलौती खिलाड़ी थी। पुरुषों के 94 किग्रा वर्ग में विकास ठाकुर आठवें स्थान पर रहे।

ज्यादातर खिलाडिय़ों ने रिहैबलिटेशन कार्यक्रम किया शुरू 

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शर्मा ने कहा- हमें ओलंपिक के लिए होने वाली क्वालीफाइंग स्पर्धाओं पर ध्यान देना होगा। यह जरूरी है कि टीम ठीक से तैयारी करे। किसी प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले भारोत्तोलकों को ठीक से तैयार होना होगा। ज्यादातर खिलाडिय़ों ने रिहैबलिटेशन कार्यक्रम शुरू कर दिया है। हमें 10 क्वालीफाइंग स्पर्धाओं में से किसी छह में भाग लेना होगा। विश्व चैम्पियनशिप उसमें से सिर्फ एक है। मुंबई में अपना इलाज करा रही गत चैम्पियन मीराबाई ने कहा कि वह जल्द ही रिहैबलिटेशन शिविर से जुड़ेंगी। उन्होंने कहा- दर्द कुछ कम है। चिकित्सकों ने कहा कि यह चोट ज्यादा भार उठाने से लगी है। मैंने भारोत्तोलन प्रशिक्षण शुरू कर दिया है।

खेल रत्न के लिए नामांकित ोने पर मीरा ने जताई खुशी

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मीराबाई ने खेल रत्न और विजय शर्मा ने दोणाचार्य पुरस्कारों के लिए उनके नाम की सिफारिश किए जाने पर खुशी जताई। मीराबाई ने कहा- मैं काफी खुश हूं कि मुझे खेल रत्न मिल रहा है। एशियाई खेलों से हटने के बाद मुझे लगा की मैं चूक जाउंगी। मेरी मां काफी नर्वस थी। वह मुझसे बार-बार पूछ रही थी क्या मैंने कुछ (पुरस्कार के बारे में) सुना है। शर्मा ने कहा- मैं इस पुरस्कार के मिलने से प्रसन्न हूं। यह पहली बार है जब मैंने नामांकन भरा था। एशियाई खेलों में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं था लेकिन मुझे खुशी है कि यह पुरस्कार मिल रहा है। मैं मीराबाई के लिए भी खुश हूं।