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स्पोर्ट्स डेस्क: हॉकी विश्व कप का आगाज 13 जनवरी से ओडिशा के राउरकेला में होने जा रहा है और यह टूर्नामेंट 29 जनवरी तक चलेगा। इस बार विश्व कप में कुल 16 टीमें हिस्सा ले रही हैं। इस विश्व कप में भारतीय टीम पर सभी की निगाहें रहने वाली है, हालांकि भारत के लिए कड़ी चुनौती होगी क्योंकि भारत को दिग्गज टीमों से टक्कर मिलने जा रही है। वहीं, भारतीय टीम को इस बार फैंस के उत्साह की कोई कमीं नहीं दिखेगी और टीम भी चाहेगी कि वह लंबे समय के सूखे को खत्म करे। हॉकी विश्व कप के सभी मैच राउरकेला के बिरसा मुंडा स्टेडियम और भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम  में खेले जाएंगे। गौरतलब है कि भारत चौथी बार हॉकी विश्व कप की मेजबानी करने जा रहा है। इससे पहले भारत 1982, 2010 और 2018 में मेजबानी कर चका है। 

1971 में हुई थी हॉकी विश्व कप की शुरूआत

हॉकी वर्ल्ड कप की शुरूआत 1971 में हुई थी और इसका पहला संस्करण बार्सिलोना,स्पेन में खेला गया था। हॉकी विश्व कप का सबसे पहला खिताब पाकिस्तान ने अपने नाम किया था। पाकिस्तान ने फाइनल में स्पेन को 1-0 से मात दी थी।

1975 में जीता था भारत ने हॉकी विश्व कप

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भारतीय ने 48 साल पहले साल 1975 में हॉकी विश्व कप का खिताब जीता था और इसके बाद से भारत विश्व कप को कभी भी अपने नाम नहीं कर पाया है। फैंस को उम्मीद होगी की भारतीय टीम 48 साल के सूखे को खत्म करे।

इस बार कुल 4 ग्रुप में बटेंगी 16 टीमें

इस बार विश्व कप में 16 टीमों को कुल 4 ग्रुप में बांटा गया है, यानी की प्रत्येक ग्रुन में कुल 4 टीमें होगीं। भारतीय टीम ग्रुप डी में इंग्लैंड, स्पेन और वेल्स के साथ शामिल है।

ग्रुप- ए 

फ्रांस
साउथ अफ्रीका
ऑस्ट्रेलिया
अर्जेंटीना

ग्रुप-बी

कोरिया
जापान
बेल्जियम
जर्मनी

ग्रुप-सी 

मलेशिया
चिली
नीदरलैंड
न्यूजीलैंड

ग्रुप-डी 

भारत
वेल्स
इंग्लैंड
स्पेन