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नई दिल्लीः अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंटों के आयोजन का गढ़ बन चुका ओडिशा अब हॉकी इंडिया (एचआई) का अगले पांच साल के लिए नया साझेदार बन गया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और अंतरारष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के अध्यक्ष डाक्टर नरेंद्र ध्रुव बत्रा तथा भारतीय महिला एवं पुरुष हाकी टीमों के कप्तान मनप्रीत सिंह और रानी रामपाल की मौजूदगी में यह घोषणा की गई। पटनायक और बत्रा ने इस मौके पर दोनों भारतीय टीमों की नई जर्सी को भी लांच किया। इस अवसर पर ओडिशा के लाडले हॉकी खिलाड़ी दिलीप टिर्की, पूर्व भारतीय कप्तान धनराल पिल्लेई और विरेन रक्सिना भी मौजूद थे।

ओड़शिा के मुख्यमंत्री पटनायक ने इस घोषणा के बाद कहा कि हॉकी इंडिया के साथ पांच साल का गठजोड़ कर हमें बहुत खुशी महसूस हो रही है। हम भारतीय हॉकी को आगे ले जाने की दिशा में अपना पूरा सहयोग देंगे। ओडिशा पिछले कुछ वर्षाें में अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंटों की मेजबानी का नया गढ़ बन चुका है। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर ने 2014 में चैंपियंस ट्राफी की मेजबानी की थी। गत वर्ष एफआईएच वर्ल्ड हॉकी लीग का फाइनल्स का आयोजन भी गत नवंबर में भुवनेश्वर में ही किया गया था। इस वर्ष नवंबर में होने वाले हॉकी विश्वकप का मेजबान भी ओडिशा ही है। ओड़शिा ने देश को 10 ओलंपियन सहित लगभग 60 हॉकी खिलाड़ी दिए हैं। 

आईओए के अध्यक्ष बत्रा ने हॉकी को सहयोग देने के लिए ओडिशा सरकार और पटनायक को धन्यवाद दिया। उन्होंने हॉकी इंडिया की तरफ से पटनायक को एक स्मृति चिह्न भेंट किया जिसके बाद दोनों भारतीय कप्तानों की मौजूदगी में टीमों की नई जर्सी को लांच किया गया। एफआईएच के अध्यक्ष ने बताया कि विश्वकप का उद्घाटन समारोह ओलंपिक की तर्ज पर एक दिन पहले आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा, मुझे यह कहने में कोई हिचकिचाहट नहीं कि भुवनेश्वर अब देश का खेल केंद्र बन चुका है। मैं साथ ही ओडिशा सरकार से आग्रह करता हूं कि वह राज्य में हाई परफार्मेंस सेंटर खोलने की पहले करे।