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अहमदाबाद : पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज आकिब जावेद का मानना है कि नसीम शाह की गैर मौजूदगी में हसन अली नई गेंद के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प नहीं है। पीएसएल की लाहौर कलंदर्स टीम के तेज गेंदबाजी कोच आकिब ने सफेद गेंद के क्रिकेट में हारिस रऊफ को निखारने में अहम भूमिका निभाई है। 

आकिब ने कहा, ‘अगर नयी गेंद को देखें तो पिछले 12 महीने में उन्होंने किसी को तैयार नहीं किया है। चयनकर्ताओं को पता ही नहीं था कि नसीम के नहीं होने पर नई गेंद से तीसरा विकल्प कौन होगा। उन्होंने एशिया कप के दौरान किसी को नहीं आजमाया।' पाकिस्तान ने विश्व कप के पहले मैच में नीदरलैंड को और फिर श्रीलंका को हराया लेकिन दूसरे मैच में 344 रन दे डाले। 

विश्व कप 1992 विजेता आकिब ने कहा, ‘हसन अली के रिकॉर्ड को देखें तो नयी गेंद से वह प्रभावी नहीं रहा है। अगर शाहीन शाह अफरीदी फॉर्म में नहीं है तो दिक्कत आ सकती है।' हसन ने श्रीलंका के खिलाफ दस ओवर में 71 रन दिए लेकिन चार विकेट चटकाए। आकिब ने कहा, ‘एशिया कप में भारतीय बल्लेबाज शाहीन की गेंदों को खेलने से बच रहे थे। उसका रसूख ऐसा है। पाकिस्तान की गेंदबाजी को इसकी कमी खल रही है।' 

उन्होंने कहा, ‘हारिस तीसरे गेंदबाज के रूप में बेहतरीन है। अपनी रफ्तार से वह बीच के और डैथ ओवरों में रनों पर अंकुश लगा सकता है। दबाव के हालात में वह टीम को मैच में लौटा सकता है।' आकिब ने कहा कि भारत के मैदानों पर अब रिवर्स स्विंग लेना आसान नहीं है। उन्होंने कहा, ‘भारतीय मैदानों के हालात अब बदल गए हैं। नए स्टेडियम हरे भरे हें और ऐसे हालात में रिवर्स स्विंग लेना आसान नहीं है।'