खेल डैस्क : इंग्लैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज ज्योफ्री बॉयकॉट ने राजकोट के निरंजन शाह स्टेडियम में भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट की चौथी पारी में जिस तरह इंगलैंड के बल्लेबाज खेले, उसकी कड़ी आलोचना की। इंगलैंड के बल्लेबाज अपनी दूसरी पारी में 500 से ज्यादा के लक्ष्य का पीछा करते हुए महज 112 रन पर ही सिमट गई थी जिससे भारतीय टीम को बड़ी जीत मिली थी। इसी बीच बायकॉट ने इंगलैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो को उनके शॉट सिलेक्शन के लिए घेरा है। बेयरस्टो जडेजा की गेंद पर स्विप मारने के चक्कर में आऊट हो गए थे।
बहरहाल 83 वर्षीय बॉयकॉट ने लिखा- अकेले इस मैच में ये तीनों स्टंप पर पिच की गई गेंदों पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। बेयरस्टो कभी भी गेंद का अच्छा स्वीपर नहीं है। वह इसके साथ बहुत कम रन बनाता है और भारत में पहले भी स्वीप करने की कोशिश में आउट हो चुका है। जॉनी एक शानदार क्रिकेटर है जोकि गेंद को स्ट्रेट को हिट करता है। लेकिन दबाव बल्लेबाजों को मूर्खतापूर्ण काम करने पर मजबूर कर देता है।
यॉर्कशायर के इस खिलाड़ी का मानना है कि भारत में इंग्लैंड का संघर्ष मध्यक्रम के खराब प्रदर्शन के कारण है, क्योंकि उनका औसत केवल 20 रन है। उन्होंने लिखा- नए युवा स्पिनरों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यह बल्लेबाजी है जो फायरिंग नहीं कर रही है। मध्य क्रम पिछले 2 वर्षों से इंग्लैंड के लिए इंजन रूम रहा है, लेकिन फिलहाल जो रूट, जॉनी बेयरस्टो और बेन स्टोक्स ने पर्याप्त रनों का योगदान नहीं दिया है। उन्हें हम अक्सर तेज गति से रन बनाते देख विकेट गंवाते देखते हैं।
बॉयकॉट ने यह भी कहा कि बेन स्टोक्स और जो रूट को चौथी पारी में रिवर्स खेलने की जरूरत नहीं थी क्योंकि उस समय स्कोरिंग प्राथमिकता नहीं थी। रूट और स्टोक्स ने 40 और 39 गेंदों तक बचाव करके मैच बचाने की कोशिश की, लेकिन फिर बेवजह स्टंप पर डाली गई गेंदों को स्वीप करने की कोशिश की। क्यों? खेल के उस चरण में रनों का कोई फायदा नहीं था। बता दें कि इंग्लैंड के प्रमुख बल्लेबाज रूट भारत में पिछले 6 पारियों में 12.83 की औसत से केवल 77 रन ही बना पाए हैं।