Sports

स्पोर्ट्स डेस्क: टी20 विश्व कप में भारतीय टीम का सफर उस वक्त खत्म हो गया, जब टीम को इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में 10 विकेट से मात मिली। इस पूरे टूर्नामेंट में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को खेलने का मौका मिला, हालांकि भारतीय फैंस टूर्नामेंट में यह मांग उठाते रहे कि टीम में चहल को खेलने का मौका देना चाहिए। वहीं, टी20 विश्व कप में खेलने का मौका न मिलने पर अब चहल ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उनका कहना है कि वह खेलने के लिए पूरी तरह तैयार थे लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला।

युजवेंद्र चहल ने एक इंटरव्यू में कहा," टीम का एक कॉम्बिनेशन होता है और यह टीम की गेम होती है। अश्विन और अक्षर भाई टूर्नामेंट में अच्छा कर रहे थे। कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा की सोच क्लियर थी, मुझे तैयार रहने के लिए बोला गया था और मैं पूरी तरह तैयार भी था कि मुझे कभी भी टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिल सकता है।"

चहल ने आगे कहा,"मैं ज्यादा ऐसी बातों पर ध्यान नहीं देता हूं। मैं पिछले दोनों टी20 विश्व कप नहीं खेल पाया तो क्या हुआ मैंने 2019 में वनडे विश्व कप खेला था और मेरे लिए यह गर्व की बात थी। अब मैं अगले साल होने वाले वनडे विश्व कप के लिए तैयारी कर रहा हूं।"


PunjabKesari

चहल को नहीं खिलाने की वजह पर टीम मैनेजमेंट ने कहा था कि हमें अतिरिक्त बैंटिंग ऑप्शन वाले खिलाड़ियों की जरूरत है, इसी को लेकर चहल से पूछा गया कि क्या उनको भी बल्लेबाजी के प्रैक्टिस करनी चाहिए। इस पर चहल ने कहा," मैं तकरीबन 10-15 मिनट बैंटिंग प्रैक्टिस करता हूं और जूनियर लेवल पर मैंने एक शतक भी जड़ा है, लेकिन रणजी ट्रॉफी के स्तर पर पहुंचने के बाद मैंने अपनी गेंदबाजी पर ही ज्यादा ध्यान दिया है।

भारतीय टीम के विश्व कप सेमीफाइनल मुकाबले में बाहर होने पर चहल से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा,"क्रिकेट के मैदान में यह चलता रहता है। हां, आपको निराशा होती है, जब आप कड़ी मेहनत करते हैं और आपको परीक्षा के दिन नतीजा उम्मीद मुताबिक नहीं मिलता है, लेकिन अब हमें इन सब चीजों को पीछे छोड़ना चाहिए और वनडे विश्व कप पर ध्यान देना चाहिए।"