नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने मंगलवार को कहा कि दिग्गज विराट कोहली (Virat Kohli) ने कभी भी अभ्यास मैचों को ज्यादा पसंद नहीं किया और वह इसकी जगह नेट सत्र में समय बिताना चाहते थे। कोहली के कप्तानी के दिनों में भारतीय कोचिंग टीम के अहम सदस्यों में शामिल रहे अरुण ने कहा कि इस दिग्गज खिलाड़ी के साथ काम करना उनके करियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से एक है।
अरुण ने कहा कि भारतीय और विश्व टेस्ट क्रिकेट को उनकी और उनके व्यक्तित्व की कमी खलेगी। मैंने भारत के गेंदबाजी कोच के रूप में अपने कुछ बेहतरीन पल विराट कोहली की कप्तानी में बिताए हैं। अरुण ने कहा कि कोहली ने अभ्यास मैचों को कभी पसंद नहीं किया। उन्होंने कहा कि कोहली का मानना था कि अभ्यास मैचों में मुख्य मैचों की तरह जोश और जज्बे की कमी होती है। उन्होंने कभी अभ्यास मैचों का लुत्फ नहीं उठाया। वह इसकी जगह नेट सत्र में अधिक समय बिताना चाहते थे और हमेशा सबसे तेज विकेट का चुनाव कर गेंदबाजों या थ्रोडाउन विशेषज्ञों से 16 गज की दूरी से गेंद डालने को कहते थे।
कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 30 शतक की मदद से 9230 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 46.85 का रहा। वह 68 मैचों में 40 जीत के साथ भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान है। अरुण ने कहा कि कोहली ने किसी भी चीज से ज्यादा इस प्रारूप का सम्मान किया और इस प्रारूप को उनकी कमी खलेगी।