खेल डैस्क : ऑस्ट्रेलियाई टीम का क्रिकेट विश्व कप 2023 में बुरा प्रदर्शन जारी है। भारतीय टीम (Team india) से 6 विकेट से हार झेलने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम जब लखनऊ के मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरा वनडे खेलने उतरी तो वहां भी उन्हें नामोशी झेलनी पड़ी। अफ्रीका ने 134 रनों से बड़ी जीत दर्ज की। इस के साथ ही ऑस्ट्रेलिया पहली बार विश्व कप में लगातार चार मुकाबले गंवा चुका है। 2019 विश्व कप के दौरान वह ग्रुप स्टेज में दक्षिण अफ्रीका से 10 रन तो सेमीफाइनल में इंगलैंड से 8 विकेट से हारा था।
दक्षिण अफ्रीका के अगर पिछले 6 वनडे मुकाबले देखे तो उन्होंने प्रत्येक में 100 से ज्यादा रनों से जीत हासिल की है। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 146, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 111, 164 और 122 रन से जीत हासिल की। फिर श्रीलंका को 102 रन से हराया। इसके बाद अब ऑस्ट्रेलिया को 134 रन से हरा दिया। यही नहीं, 1992 विश्व कप के दौरान पहली बार ऐसा हुआ था जब ऑस्ट्रेलिया ने अपने पहले दो मुकाबले गंवा दिए थे। अब 31 साल बाद फिर से ऑस्ट्रेलिया को नामोशी झेलनी पड़ रही है।
विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका
1992 - सिडनी में दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट से हराया
1999 - लीड्स में ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका को 5 विकेट से हराया
1999 - बर्मिंघम में मैच टाई (ऑस्ट्रेलिया बेहतर नेट रेट से आगे पहुंचा)
2007 - बासेटेरे में ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका को 83 रन से हराया
2007 - ग्रोस आइलेट में ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका को 7 विकेट से हराया
2019 - मैनचेस्टर में 2019 में दक्षिण अफ्रीका ने 10 रन से जीत दर्ज की
2023 - लखनऊ में दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया 134 रन से हराया
विश्व कप की सबसे बड़ी हार (रन)
विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया को सबसे बड़ी हार भी मिली है। इससे पहले 1983 विश्व कप में कपिल देव की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को रिकॉर्ड 118 रन से हराया था। अब दक्षिण अफ्रीका 134 रनों से ऑस्ट्रेलिया को हराकर इस लिस्ट में पहले स्थान पर आ गया है। ऑस्ट्रेलिया 1983 विश्व कप में विंडीज से 101 तो 1979 में पाकिस्तान से 89 रनों से भी हार चुका है।
मैच की बात करें तो क्विंटन डीकॉक ने विश्व कप में लगातार दूसरा शतक लगाकर दक्षिण अफ्रीका को मजबूत शुरूआत दी। डीकॉक ने 109 तो कप्तान बावुमा ने 35 रन बनाए। इसके बाद मध्यक्रम में मार्करम ने 44 गेंदों पर 56 रनों का योगदान दिया। क्लासेन ने 29 तो मार्को जेन्सन ने 26 रन बनाकर स्कोर 311 तक पहुंचाया। ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्टार्क और मैक्सवेल ने 2-2 विकेट लिए।
जवाब में खेलने उतरी अॅस्ट्रेलियाई टीम को सिर्फ लबुछेन का ही सहारा मिला। लबुछेन ने 74 गेंदों पर 46 रन बनाए तो मिशेल स्टाक्र ने 27 तो कप्तान पैट कमिंस ने 22 रनों का योगदान दिया। लेकिन टीम 177 रन ही बना सकी। दक्षिण अफ्रीका की ओर से कागिसा रबाडा ने 33 रन देकर तीन विकेट लिए। जेन्सन, केशव महाराज और तबरेज शम्सी को 2-2 विकेट मिले।
दोनों टीमें की प्लेइंग 11
दक्षिण अफ्रीका : क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), टेम्बा बावुमा (कप्तान), रासी वान डेर डुसेन, एडेन मार्कराम, हेनरिक क्लासेन, डेविड मिलर, मार्को जानसन, केशव महाराज, लुंगी एनगिडी, कैगिसो रबाडा, तबरेज शम्सी।
ऑस्ट्रेलिया : डेविड वार्नर, मिशेल मार्श, स्टीव स्मिथ, मार्नस लाबुशेन, जोश इंग्लिस (विकेटकीपर), ग्लेन मैक्सवेल, मार्कस स्टोइनिस, पैट कमिंस (कप्तान), मिशेल स्टार्क, एडम जम्पा, जोश हेजलवुड।