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स्पोर्ट्स डैस्क : रोहित शर्मा के बाद कौन टेस्ट कप्तानी संभाल सकता है, यह बड़ा सवाल है। एक तरफ जहां कई दिग्गजों का कहना है कि युवाओं को आगे लाना चाहिए तो वहीं पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर ने उस खिलाड़ी का नाम लिया जो लंबे समय से टीम में योगदान दे रहा है। जी हां...जाफर का कहना है कि अजिंक्या रहाणे टेस्ट कप्तान बन सकते हैं, लेकिन उसके लिए उन्हें लगातार रन बनाने होंगे। श्रेयस अय्यर की दुर्भाग्यपूर्ण चोट के कारण, अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिए भारतीय टीम में जगह बनाई। 

इससे पहले उन्होंने रणजी ट्रॉफी और इंडियन प्रीमियर लीग के 16वें संस्करण में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन उनके चयन को लेकर अभी भी सवालिया निशान थे क्योंकि बल्ले से लगातार रन ना निकलना हमेशा चर्चा का विषय रहा है। फिर भी, रहाणे ने फाइनल में शानदार प्रदर्शन किया और जिसके आधार पर चयन समिति ने उन्हें वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम का उप-कप्तान नियुक्त किया। एक कप्तान के रूप में उन्होंने अतीत में सराहनीय काम किया है, जिससे टीम को 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 से जीत मिली। हालांकि, जब उनकी बल्लेबाजी की बात आती है तो रहाणे एक बार फिर वेस्टइंडीज सीरीज में अपनी छाप छोड़ने में असफल रहे और यह आगे के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।

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इसी के बारे में बोलते हुए भारत के पूर्व बल्लेबाज वसीम जाफर ने कहा कि यदि रहाणे लगातार अच्छा खेलते हैं तो वह खेल के सबसे लंबे प्रारूप में भारतीय टीम के अगले कप्तान के रूप में रोहित शर्मा की जगह ले सकते हैं। उन्होंने रहाणे की पिछली उपलब्धियों के बारे में बात की और माना कि राष्ट्रीय टीम का नेतृत्व करने के लिए उनमें अभी भी उम्र है। जाफर ने जियो सिनेमा द्वारा आयोजित मीडिया इंटरेक्शन के दौरान कहा, “रहाणे को अपने खेल में निरंतरता दिखानी होगी, जो कि उनकी समस्या रही है। भले ही उन्होंने 80-90 टेस्ट (84) खेले हों। निरंतरता एक मुद्दा रहा है। उन्हें इससे उबरना होगा क्योंकि रोहित शर्मा के जाने के बाद रहाणे के पास भारत की कप्तानी करने का अच्छा विकल्प है। रहाणे को रन बनाने होंगे और उसके बाद बाकी सब कुछ होगा।''

उन्होंने कहा, "36 रन पर ऑलआउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया सीरीज में जिस तरह से उन्होंने नेतृत्व किया, मेलबर्न में शतक बनाया, अगर उनका फॉर्म अच्छा रहता तो वह अगले टेस्ट कप्तान होते। लेकिन उन्होंने अपना फॉर्म खो दिया और बाहर हो गए। हालांकि, उन्होंने आईपीएल में खुद को फिर से मजबूत किया और डब्ल्यूटीसी फाइनल में मौका मिला। उन्हें उप-कप्तान भी नियुक्त किया गया, क्योंकि भारतीय चयनकर्ता उनमें एक अच्छा कप्तान देखते हैं। उनके पास अभी भी उम्र है, लेकिन उन्हें रन बनाने की जरूरत है। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उनके लिए मुश्किल होगी।"